नई दिल्ली: दिल्ली की सड़कों से पुरानी बसें हटाई जा रही हैं. परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इस साल अक्टूबर से दिसंबर तक दिल्ली की सड़कों से डीटासी की 394 बसें हटने वाली हैं. एक साथ बड़ी संख्या में बसों के सड़क से हटने से यात्रियों को परेशानी हो सकती है. वहीं, अगले साल में दिल्ली की सड़कों से डीटीसी (दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन) की 2 हजार अधिक बसें हटा दी जाएंगी और 2026 के अंत तक सभी 3,775 पुरानी बसें हट जाएंगी. हालांकि इतनी बड़ी संख्या में बसों को बेड़े में शामिल करना सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण होगा.
80 प्रतिशत बसें होंगी इलेक्ट्रिक:जहां एक तरफ बसों को हटाया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ नई बसें आने में समय लग रहा है. इससे सरकार के सामने चुनावी साल में दिल्ली में जनता को पर्याप्त बसें उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती होगी. दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि दिसंबर 2025 तक दिल्ली के बेड़े में 10 हजार बसें होंगी. इसमें 80 प्रतिशत, यानी करीब 8 हजार बसें इलेक्ट्रिक होगी. वर्तमान में दिल्ली की सड़कों पर डीटीसी और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम (डिम्ट्स) के अधीन करीब 1970 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं. इतना ही नहीं, दिल्ली सरकार जल्द ही 1080 मोहल्ला बसें सड़कों पर उतरने का भी दावा कर रही है.
7,683 बसें सड़कों पर:राजधानी में फिलहाल डीटीसी की 4,536 बसें सड़कों पर चल रही हैं. जिसमें 2966 सीएनजी बसें और 1,570 इलेक्ट्रिक बसें हैं. वहीं दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-माडल ट्रांजिट सिस्टम (डिम्ट्स) की ओर से 3,147 बसें संचालित की जा रही हैं. इसमें 2,747 सीएनजी और 400 इलेक्ट्रिक बसें हैं. दोनों को मिला लें तो दिल्ली सरकार के बेड़े में इस समय बसों की संख्या कुल 7,683 बसें हैं.