जयपुर. प्रदेशभर के सफाई कर्मचारियों के सामूहिक हड़ताल पर जाने से आज कचरा नहीं उठाया गया. मंगलवार सुबह से 30 हज़ार सफाई कर्मियों ने राजधानी जयपुर समेत राज्य के सभी हिस्सों में कार्य बहिष्कार किया. हड़ताली सफाई कर्मी नई भर्ती प्रक्रिया को 2018 की तर्ज पर करने का विरोध कर रहे हैं. सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण मंगलवार को सुबह से ना तो घर-घर कचरा उठ रहा है और ना ही सफाई हो रही है. नगर निगम के कार्यालय में भी सफाई कर्मचारी काम नहीं कर रहे हैं. सोमवार को हेरिटेज नगर निगम मुख्यालय पर प्रदेश पर की सफाई कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक बैठक की और आमसभा में हड़ताल का फैसला लिया था.
नई भर्ती प्रक्रिया का है विरोध : स्वायत्त शासन विभाग की ओर से 24 हजार 797 पदों पर सफाई कर्मचारी भर्ती लॉटरी के आधार पर साल 2018 की तर्ज पर करने का फैसला लिया गया था, जिसका सफाई कर्मचारी विरोध कर रहे हैं. इनका कहना है कि भर्ती समझौते के तहत मस्टररोल के आधार पर की जाए, साथ ही जिन अभ्यर्थियों ने नगर निगम में काम किया है, उन्हें इस भर्ती में प्राथमिकता दी जाए. इनकी मांग की है कि जिन अभ्यर्थियों का कोर्ट में केस विचाराधीन है, उन्हें भी प्राथमिकता मिलनी चाहिए. साथ ही वाल्मीकि समाज को भी 60 फ़ीसदी प्राथमिकता मिले. उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव की आड़ में भर्ती प्रक्रिया को रोकने का प्रयास नहीं होना चाहिए. सफाई कर्मियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं होगा और यह पांच मांगे सरकार नहीं मानेगी, आंदोलन जारी रहेगा. हड़ताल के बाद गली मोहल्ले में ना तो हूपर आएंगे और न ही डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन होगा.