नई दिल्ली/नोएडा:कागजों पर फर्म बनाने के बाद फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट लेकर सरकार के राजस्व को 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान पहुंचाने वाले गिरोह के एक अन्य आरोपी को थाना सेक्टर-20 पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. लंबे समय से फरार रहने के चलते कुछ समय पहले नोएडा पुलिस ने आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. आरोपी के पास से फर्जी आधार कार्ड, पैनकार्ड और एक मोबाइल बरामद हुआ है.
एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि जीएसटी फर्जीवाड़े में लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है. जांच के दौरान जानकारी में आया था कि ओडिशा के नौपारा का 38 वर्षीय परमेश्वर नायक लोगों से उनका आधार और पैनकार्ड ले लेता है. इसके एवज में वह पांच सौ से एक हजार रुपये कार्ड धारकों को दे देता है. सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देकर भी वह मजदूरों और कामगारों का आधार और पैनकार्ड हासिल करता है. बाद में इन्हीं आधार कार्ड और पैनकार्ड को वह जीएसटी फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह को बेच देता है.
परमेश्वर नायक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दे रही थी दबिशःइन्हीं कागजों का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न पतों पर फर्जी कंपनी और फर्म तैयार की जाती है. अनुचित तरीके से फर्म को आधार पर बनाकर आईटीसी लिया जाता है. परमेश्वर नायक की गिरफ्तारी के लिए बीते कई माह से पुलिस की टीमें दबिश दे रही थीं, पर सफलता नहीं मिल पा रही थी. सोमवार को उस के निवास स्थान से ही गिरफ्तार कर लिया गया. जीएसटी फर्जीवाड़े में यह 49वीं गिरफ्तारी है. इससे पहले भी 48 आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं. खास बात है नोएडा पुलिस की मजबूत पैरवी के चलते इस मामले में एक भी आरोपी की अभी तक जमानत नहीं हो सकी है. 33 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है. अन्य आरोपियों के खिलाफ भी जल्द ही गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.