नई दिल्ली: हर साल 4 अक्टूबर को विश्व पशु कल्याण दिवस मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य बेजुबान पशुओं के संरक्षण और उनके कल्याण के लिए लोगों को जागरूक करना है. अगर दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पॉर्क की बात करें तो यहां 84 से अधिक प्रजाति के पशु पक्षी संरक्षित किए गए हैं. इसमें 21 प्रजाति के पशु पक्षी अकेले हैं. सेंट्रल जू अथॉरिटी की गाइडलाइंस के मुताबिक, जू में किसी भी जानवर को अकेले नहीं रखा जा सकता है. इसके बाद भी इन जानवरों को अकेले रखा गया है.
दिल्ली के मथुरा रोड स्थित पुराने किले के पास 176 अकड़ में फैला नेशनल जूलॉजिकल पार्क है. यहां पर 84 से अधिक प्रजाति के जानवर और पक्षी हैं. यहां पर करीब 22 प्रजाति के जानवर ऐसे हैं, जो पेयर में नहीं हैं. यानी सिंगल सेक्स के हैं. अफ्रीकन एलीफेंट जैगवार समेत अन्य कई बड़े जानवर भी अकेले हैं. इसके साथ ही कई छोटे जानवर भी अकेले हैं. अकेले होने के कारण जानवर तनाव में भी हैं. इस संबंध में नेशनल जूलॉजिकल पार्क के डायरेक्टर डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले एनिमल एक्सचेंज प्रयोग के तहत गैंडा समेत अन्य जानवरों को पेयर में करने काम किया गया है, जिससे उनका प्रजनन बढ़ सके.
जानवरों को जंगल के अनुकूल दी जा रही व्यवस्था:दिल्ली जू के डायरेक्टर डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि जंगल में जिस तरीका का माहौल जानवरों को मिलता है. वो माहौल ज़ू में भी जानवरों को देने का प्रयास किया जा रहा है. यदि किसी जानवर के बाड़े या फिर उनके रेस्ट एरिया में कोई समस्या होती है तो उसे जल्द से जल्द ठीक किया जाता है, जिससे जानवरों को कोई परेशानी न हो.