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पीएम मोदी की रैली के लिए जींद डिपो से जायेंगी 160 बसें, लाखों का नुकसान और यात्रियों को होगी परेशानी - PM MODI RALLY IN PANIPAT

पीएम मोदी की रैली के लिए जींद डिपो से 160 बसें जायेंगी. इसके चलते यात्रियों की समस्या बढ़ सकती है. राजस्व का भी नुकसान होगा.

PM MODI RALLY IN PANIPAT
पीएम मोदी की रैली के लिए जींद डिपो से जायेंगी 160 बसें (Photo- ETV Bharat)

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Dec 7, 2024, 9:05 PM IST

जींद: नौ दिसंबर सोमवार को पानीपत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रैली को संबोधित करने के लिए आएंगे. इस रैली के लिए जींद जिले से 160 बसें जाएंगी. इनमें से 60 बसें सिरसा डिपो से मंगवाई जाएंगी. ऐसे में बसों के पानीपत जाने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. इन बसों के माध्यम से गांव-गांव से लोगों को रैली स्थल लाया जाएगा और बाद में गांव छोड़ा जाएगा.

मुसाफिरों को हो सकती है समस्या- बसों के समारोह में जाने से लंबे और लोकल रूट प्रभावित होंगे. इतनी बड़ी संख्या में बसों के कार्यक्रम में जाने से बस अड्डे पर अधिकतर बूथ खाली रह जाएंगे. नौ दिसंबर को सोमवार होगा. इसलिए सरकारी दफ्तर तथा शिक्षण संस्थानों के खुलने से लोगों की बसों में काफी भीड़ भी रहेगी. वहीं ग्रामीण क्षेत्र से हजारों युवक व युवतियां शहर के शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करने के लिए आएंगे. बसों के बिना उन्हें प्राइवेट वाहन के माध्यम से अपने गंतव्य तक जाना पड़ेगा.

इन रूटों पर सेवा होगी प्रभावित- डिपो से हांसी, असंध, नरवाना, गोहाना, बरवाला, हिसार जैसे रूटों पर परिवहन समिति की बसें चलती हैं लेकिन जिन रूटों पर केवल रोडवेज बसें चलती हैं. उन रूटों पर यात्रियों को बसें मुहैया नहीं हो पाएंगी. जींद डिपो की 169 बसों में रोजाना 15 से 16 हजार यात्री सफर करते हैं. जिससे डिपो को दस से 12 लाख रुपये का हर रोज राजस्व प्राप्त होता है. डिपो के तहत किलोमीटर स्कीम की 37 बसें भी शामिल हैं.

रोडवेज बसों का प्रयोग केवल यात्रियों की सुविधा के लिए-रोडवेज बस यात्री सुरेंद्र, बिजेंद्र, राघव, सुनील ने कहा कि सरकार द्वारा प्रतिमाह कहीं ना कहीं रैलियों का आयोजन किया जा रहा है. इन रैलियों में लोगों को लाने व ले जाने के लिए रोडवेज बसों का प्रयोग किया जा रहा है. जो कि सही नही है. सरकार के कार्यक्रमो में रोडवेज बसें भेजने से लोगों को परेशानी होती है. यह सरकार का फैसला गलत है. सरकार को चाहिए कि रोडवेज बसों का प्रयोग केवल यात्रियों की सुविधा के लिए किया जाए. कई रूटों पर पहले ही बसों की भारी कमी है. अब प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में इतनी बड़ी संख्या में बस भेजने से डिपो खाली हो जाएगा और ना ही यात्रियों को रूटों पर बसें मुहैया हो पाएंगी.

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