लखनऊः उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने योजना भवन, लखनऊ में आगामी 29 जनवरी व 3 फरवरी को पड़ने वाले महत्वपूर्ण स्नान के दृष्टिगत परिवहन विभाग की तैयारियों के लेकर बीते दिनों समीक्षा थी. परिवहन मंत्री ने कहा, मौनी अमावस्या सबसे महत्वपूर्ण स्नान है. मौनी अमावस्या के स्नान के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान करने आएंगे. उन्होंने निर्देश दिए की पुलिस एवं प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करते हुए बेहतर परिवहन सेवाएं मुहैया कराई जाएं.
परिवहन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा 1000 अतिरिक्त बसों का संचालन किया जाएगा. जिससे कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की आवागमन में और सुविधा न हो. उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या के अवसर पर 7000 बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम की पहले से ही थी. मौनी अमावस्या पर आने वाले संभावित संख्या के देखते हुए मुख्यमंत्री ने 1000 अतिरिक्त बसों के संचालन के निर्देश दिए हैं.
परिवहन मंत्री ने परिवहन विभाग के अधिकारियों से कहा कि इतने बड़े पर्व पर परिवहन निगम के अतिरिक्त प्राइवेट ऑपरेटरों का सहयोग भी अपेक्षित है. प्राइवेट ऑपरेटरों से आग्रह किया जाए की व्यवस्था को सफल बनाने में सहयोग करें. उन्होंने निर्देश दिए कि प्रयागराज में बने 09 अस्थाई बस स्टेशनों पर यात्रियों के रुकने, कंबल, चाय इत्यादि की व्यवस्था के लिए भी एनजीओ या संपन्न लोगों से संपर्क किया जाए और यात्रियों को बेहतर व्यवस्थाएं बस स्टेशनों पर मुहैया कराने का प्रयास करें.
उन्होंने कहा कि बहुत से ऐसे श्रद्धालु भी स्नान करने आते हैं, जिनके रहने की व्यवस्था नहीं हो पाती है, ऐसे में अस्थाई बस स्टेशनों पर भी रुकने की व्यवस्था किया जाए. लाइटिंग, टॉयलेट की साफ सफाई एवं पीने का शुद्ध पेयजल इत्यादि की व्यवस्था बेहतर हो. परिवहन मंत्री ने कहा कि झूसी फाफामऊ के पास बने अस्थाई बस स्टेशनों पर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो इसके लिए एक प्लान तैयार कर लिया जाए, जिससे कि एग्जाम की समस्या से लोगों को निजात दिलाई जा सके.