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सिर्फ युवराज सिंह नहीं ये खिलाड़ी भी दे चुके हैं कैंसर को मात, प्रेरित करती है इनकी वापसी की कहानी - Players who beat Cancer

Cancer Survivor Sportspersons : जानलेवा बिमारी 'कैंसर' को सिर्फ भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने ही मात नहीं दी है. बल्कि दुनिया भर के यह दिग्गज खिलाड़ी भी कैंसर जैसी खतरनाक बिमारी को हराकर मिशाल पेश कर चुके हैं. पढे़ं पूरी खबर.

Yuvraj singh
युवराज सिंह (AFP Photo)

By ETV Bharat Sports Team

Published : Sep 9, 2024, 5:32 PM IST

Updated : Sep 20, 2024, 4:55 PM IST

नई दिल्ली : 'कैंसर' दुनिया की सबसे खतरनाक और जानलेवा बीमारियों में एक है. जिसका नाम सुनते ही लोग कांप उठते हैं. अगर शुरुआती स्टेज में इसका पता चल जाए तो ईलाज संभव हैं, वरना मरीज को जान गंवानी पड़ती है. आप इस खबर में हम आपको दुनिया के ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने कैंसर जैसी जानलेवा बिमारी को न केवल हराया बल्कि खेल में वापसी कर एक मिशाल पेश की.

  • लांस आर्मस्ट्रांग
    1996 में, उस समय 25 वर्षीय आर्मस्ट्रांग को स्टेज तीन टेस्टिकुलर कैंसर का पता चला, जो उनके फेफड़ों, पेट और मस्तिष्क तक फैल गया था. उनकी सर्जरी के बाद, उनके बचने की संभावना 40 प्रतिशत से भी कम बताई गई थी. लेकिन आर्मस्ट्रांग इतिहास के सबसे महान साइकिल चालकों में से एक बन गए, जिन्होंने 1999 और 2005 के बीच टूर डी फ्रांस में अपना दबदबा बनाया.
    लांस आर्मस्ट्रांग (Getty Images)
  • लिएंडर पेस
    जुलाई 2003 में, पेस को उनके ब्रेन के बाएं आधार पर 4 मिमी सिस्ट का पता चला, जो टेपवर्म के कारण होने वाला एक गैर-कैंसरकारी संक्रमण निकला. वह जल्द ही ठीक हो गए और मार्टिना नवरातिलोवा के साथ 2004 के ऑस्ट्रेलियन ओपन के मिश्रित युगल फाइनल में पहुंच गए. उन्होंने उस वर्ष न्यूजीलैंड के खिलाफ डेविस कप टाई में भी भारत को जीत दिलाई.
    लिएंडर पेस (Getty Images)
  • युवराज सिंह
    युवराज सिंह को क्रिकेट विश्व कप 2011 के ठीक बाद सेमिनोमा लंग कैंसर का पता चला था. 2017 में भारत के लिए खेलने के लिए लौटने से पहले वे इलाज के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका गए थे. इसके बाद युवराज ने YouWeCan Foundation की स्थापना की, जिसका उद्देश्य कैंसर के कलंक को मिटाना, शुरुआती पहचान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इलाज के दौरान और बाद में वंचित कैंसर रोगियों की मदद करना है.
    युवराज सिंह (Getty Images)
  • एरिक एबाइडल
    मार्च 2011 में फ्रांस और बार्सिलोना के इस डिफेंडर के लीवर में ट्यूमर का पता चला था. उन्होंने सर्जरी करवाई और, सिर्फ दो महीने बाद, मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाफ चैंपियंस लीग फाइनल में बार्सिलोना का प्रतिनिधित्व किया. उनके साथियों ने उन्हें कप्तान का आर्मबैंड दिया और वेम्बली में ट्रॉफी उठाने की अनुमति दी.
    एरिक एबाइडल (Getty Images)
  • साइमन ओ'डॉनेल
    1987 में ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप जीत के तुरंत बाद, ऑलराउंडर साइमन ओ'डॉनेल को दर्द होने लगा, जिसका निदान कैंसर के रूप में किया गया. लेकिन उन्होंने न केवल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की, बल्कि मात्र 18 गेंदों पर वनडे में सबसे तेज 50 रन भी बनाए और 1993 तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला.
    साइमन ओ'डॉनेल (Getty Images)
  • एडना कैंपबेल
    संन्यास ले चुकीं महिला बास्केटबॉल खिलाड़ी, एडना कैंपबेल, स्तन कैंसर से पीड़ित होने के बावजूद WNBA में खेलना जारी रखने के लिए जानी जाती हैं. पेशेवर के रूप में अपने चौथे सत्र के दौरान कोट गार्ड को स्तन कैंसर का पता चला था, लेकिन उन्होंने विजयी होकर कैंसर को हराया और कई और वर्षों तक खेलने के लिए वापस लौटीं.
  • माइक लोवेल
    न्यू यॉर्क यांकीज के लिए मेजर लीग बेसबॉल में पदार्पण करने के ठीक एक साल बाद, 24 वर्षीय तीसरे बेसमैन माइक लोवेल को टेस्टिकुलर कैंसर का पता चला. एक सच्चे योद्धा, लोवेल ने सर्जरी करवाई और उनका अंडकोष निकाल दिया गया. इसके बाद वे माइनर लीग में लौट आए. लोवेल ने कैंसर को मात देने के बाद से 12 सालों में तीन वर्ल्ड सीरीज खिताब जीते और चार बार ऑल-स्टार टीम में चुने गए हैं.
  • लुईस वैन गाल
    नीदरलैंड के पूर्व फुटबॉलर और कोच लुइस वैन गाल ने 2022 में खेल जगत को चौंका दिया जब उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें कैंसर है. हालांकि, प्रोस्टेट कैंसर के सफल उपचार के बाद, इस डच खिलाड़ी ने कतर विश्व कप में दूसरी बार नीदरलैंड की कमान संभाली.
  • मार्टिना नवरातिलोवा
    टेनिस की दिग्गज खिलाड़ी, मार्टिना नवरातिलोवा ने हाल ही में खुलासा किया कि उन्हें गले और स्तन कैंसर का पता चला है. 66 वर्षीय इस खिलाड़ी को अब तक की सबसे महान महिला टेनिस खिलाड़ी माना जाता है. इस अमेरिकी खिलाड़ी ने ओपन एरा में सबसे ज़्यादा प्रमुख खिताब जीते हैं.
    मार्टिना नवरातिलोवा (Getty Images)
  • सेबेस्टियन हॉलर
    सेबेस्टियन हॉलर एक पूर्व अजाक्स फॉरवर्ड हैं, उन्हें 2022 में बोरुइसा के प्री-सीजन प्रशिक्षण के दौरान टेस्टिकुलर कैंसर का पता चला था.
    सेबेस्टियन हॉलर (Getty Images)
  • मैथ्यू वेड
    ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज, मैथ्यू वेड को 16 साल की उम्र में टेस्टिकुलर कैंसर का पता चला थाय हालांकि, वह दो राउंड कीमोथेरपी के बाद बीमारी से मुक्त होकर अपना क्रिकेट करियर जारी रखने में सफल हुए. बाएं हाथ के बल्लेबाज ने टेस्ट मैचों, वनडे और टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया है.
    मैथ्यू वेड (Getty Images)
Last Updated : Sep 20, 2024, 4:55 PM IST

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