नई दिल्ली:क्रिकेट कोच योगराज सिंह ने कहा कि उनके बेटे युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट में अपने योगदान के लिए भारत रत्न के हकदार हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत के पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान एमएस धोनी ने उनके बेटे के करियर को 'बर्बाद' कर दिया, जिससे उसका करियर कम से कम चार साल छोटा हो गया. योगराज ने हमेशा एमएस धोनी की आलोचना की है, क्योंकि उनके बेटे युवराज ने सफेद गेंद वाले क्रिकेट से जल्दी संन्यास ले लिया था.
योगराज का आरोप है कि उन्होंने सीनियर राष्ट्रीय पुरुष टीम में साथ रहने के दौरान उनके बेटे के लिए जीवन कठिन बना दिया था. 66 वर्षीय योगराज ने इस बात पर भी जोर दिया कि युवराज ने कैंसर पर काबू पाने के बाद एक यादगार वापसी की और उन्हें दूसरी पारी की जरूरत थी, जो उन्हें नहीं मिली. उन्होंने कहा कि युवराज टीम में और अधिक योगदान दे सकते थे.
धोनी ने किया मेरे बेटे का करियर बर्बाद - योगराज
योगराज ने स्विच यूट्यूब चैनल से कहा, 'मैं एमएस धोनी को माफ नहीं करूंगा. उन्हें खुद को आईने में देखना चाहिए. वह एक बहुत ही प्रमुख क्रिकेटर हैं, मैं उन्हें सलाम करता हूं, लेकिन उन्होंने मेरे बेटे के साथ जो किया. वह अच्छा नहीं है. अब सब कुछ सामने आ रहा है और इसे कभी माफ नहीं किया जा सकता है. उस आदमी ने मेरे बेटे की जिंदगी बर्बाद कर दी, जो चार-पांच साल और खेल सकता था. मैं सभी को चुनौती देता हूं कि युवराज जैसा बेटा पैदा करें. गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग ने भी कहा है कि कोई दूसरा युवराज सिंह नहीं होगा. भारत को उन्हें कैंसर के बावजूद खेलने और देश के लिए विश्व कप जीतने के लिए भारत रत्न देना चाहिए'.
धोनी और हम करीब दोस्त नहीं हैं - युवराज
इस बीच रणवीर इलाहाबादिया के पॉडकास्ट पर एक पिछले साक्षात्कार में युवी ने कहा, 'मैं और माही (महेंद्र सिंह धोनी) करीबी दोस्त नहीं हैं. हम क्रिकेट की वजह से दोस्त थे, हम साथ खेलते थे. मेरी जीवनशैली उनसे बहुत अलग थी, इसलिए हम कभी करीबी दोस्त नहीं थे, हम केवल क्रिकेट की वजह से दोस्त थे'.