विनेश फोगाट, रीतिका और अंशू ने किया कमाल, भारत के लिए पेरिस ओलंपिक कोटा किया हासिल - ASIA OLYMPIC QUALIFIERS - ASIA OLYMPIC QUALIFIERS
Vinesh Phogat secures Paris Olympics quota: शीर्ष भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने शनिवार को महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग में 2024 पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया. वो बिना एक भी अंक गंवाए एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर के फाइनल में पहुंच गईं.
बिश्केक (किर्गिस्तान): पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन करने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत वापसी करते हुए प्रसिद्ध भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगट ने शनिवार एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में मजबूत प्रदर्शन के साथ महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग में पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया.
अंशू मलिक (57 किग्रा) और यू23 विश्व चैंपियन रीतिका (76 किग्रा) ने भी पेरिस ओलंपिक के लिए अपना टिकट पक्का कर लिया, जो दमदार प्रदर्शन के साथ टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचीं. भारत ने अब पेरिस खेलों के लिए चार कोटा स्थान सुरक्षित कर लिए हैं क्योंकि अंतिम पंघाल ने पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के प्रदर्शन के साथ 53 किग्रा वर्ग में कोटा अर्जित किया था. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या डब्ल्यूएफआई कोटा विजेताओं को भारत का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति देता है या राष्ट्रीय कुश्ती टीम चुनने के लिए अंतिम चयन ट्रायल आयोजित करता है.
टोक्यो खेलों में भारत ने सात पहलवानों की एक मजबूत टीम उतारी थी जिसमें चार महिलाएँ थीं - सीमा बिस्ला (50 किग्रा), विनेश (53 किग्रा), अंशू (57 किग्रा) और सोनम मलिक (62 किग्रा) मौजूद थीं. किसी भी पुरुष पहलवान ने अभी तक कोटा अर्जित नहीं किया है. पेरिस खेलों का कोटा जीतने का आखिरी मौका 9 मई से तुर्की में विश्व क्वालीफायर में होगा. 29 वर्षीय विनेश ने अब अपना लगातार तीसरा ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया है, इससे पहले उन्होंने रियो गेम्स (2016) और टोक्यो (2020) में भी हिस्सा लिया था. विनेश ने दमदार प्रदर्शन करते हुए अपने विरोधियों को एक-एक कर धराशायी कर दिया.
बृजभूषण के खिलाफ लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन और चल रही कानूनी लड़ाई के कारण कई महीनों की ट्रेनिंग गंवाने के बाद, विनेश के लिए कोटा सुरक्षित करना एक चुनौती थी और उन्होंने आसान ड्रॉ का पूरा उपयोग करते हुए ऐसा किया. विनेश ने अपने शुरुआती मुकाबले में मीरान चेओन को वश में करने के लिए उस अवसर की तलाश की और लगभग 30 सेकंड तक अपने कोरियाई प्रतिद्वंद्वी को परखने के बाद अंक हासिल कर लिया.ये मुकाबला एक मिनट और 39 सेकंड में समाप्त हो गया. विनेश की मजबूत पकड़ से बचना मुश्किल था.