देहरादून:उत्तराखंड में 38वें नेशनल गेम्स के लिए मैदान को तैयार किया जा रहा है. इसके तहत यूरोप से इंपोर्टेड विंटर ग्रास मैदान में उगाई जा रही है. ताकि, मैदान हरा-भरा रहे और नेशनल गेम्स का आयोजन होता रहे. अभी मैदान को तैयार कर विंटर ग्रास के बीज डाले जाएंगे. ऐसे में कुछ दिनों बाद मैदान में हरी घास उग जाएगी. जिस पर गेम्स के आयोजन किए जाएंगे.
नेशनल गेम्स के मैदान को चमकाएंगे यूरोप की विंटर ग्रास:उत्तराखंड में इन दिनों 38वें नेशनल गेम्स की तैयारी की जा रही है. नेशनल गेम्स के आयोजन के दौरान मैदानों को हरा भरा और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का लुक देने के लिए काम किया जा रहा है. जिसके तहत मैदानों को यूरोप से लाई गई विंटर ग्रास बीज से तैयार किया जा रहा है. देहरादून के कई फुटबॉल और हॉकी ग्राउंड समेत में एथलेटिक ट्रैक वाले मैदान हल्द्वानी और हरिद्वार के मैदानों को यूरोप से लाई गई इस राई ग्रास या विंटर ग्रास से तैयार किया जा रहा है.
राई ग्रास (Ray) विंटर ग्रास की खासियत:बता दें कि यूरोप में विशेष तौर से तैयार की जाने वाली यह विंटर ग्रास सर्दियों के उस मौसम में जब सभी तरह की घास सूख कर पीली हो जाती है, तब यह घास पूरी तरह से हरी भरी रहती है. इसकी विशेषता ये है कि यह घास सर्दियों में सूखती नहीं है और दबाव पड़ने पर टूटती या बिखरती नहीं है. इसे करीब 50 से 45 दिन पहले मैदान को पूरी तरह से अलग-अलग चरण में तैयार कर उगाया जाता है. ऐसे में मात्र 40 से 45 दिनों में यह मैदान की तस्वीर बदल देती है.