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यूरोप की विंटर ग्रास से हरे भरे होंगे 38वें नेशनल गेम्स के मैदान, टेक्नोलॉजी के साथ जानिए इसकी खासियत

उत्तराखंड में 38वें नेशनल गेम्स की तैयारी तेज, यूरोप की विंटर ग्रास से हर भरे नजर आएंगे मैदान, तैयार किए जा रहे मैदान

European Winter Grass
मैदान में विंटर ग्रास (फोटो- ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 6 hours ago

देहरादून:उत्तराखंड में 38वें नेशनल गेम्स के लिए मैदान को तैयार किया जा रहा है. इसके तहत यूरोप से इंपोर्टेड विंटर ग्रास मैदान में उगाई जा रही है. ताकि, मैदान हरा-भरा रहे और नेशनल गेम्स का आयोजन होता रहे. अभी मैदान को तैयार कर विंटर ग्रास के बीज डाले जाएंगे. ऐसे में कुछ दिनों बाद मैदान में हरी घास उग जाएगी. जिस पर गेम्स के आयोजन किए जाएंगे.

नेशनल गेम्स के मैदान को चमकाएंगे यूरोप की विंटर ग्रास:उत्तराखंड में इन दिनों 38वें नेशनल गेम्स की तैयारी की जा रही है. नेशनल गेम्स के आयोजन के दौरान मैदानों को हरा भरा और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का लुक देने के लिए काम किया जा रहा है. जिसके तहत मैदानों को यूरोप से लाई गई विंटर ग्रास बीज से तैयार किया जा रहा है. देहरादून के कई फुटबॉल और हॉकी ग्राउंड समेत में एथलेटिक ट्रैक वाले मैदान हल्द्वानी और हरिद्वार के मैदानों को यूरोप से लाई गई इस राई ग्रास या विंटर ग्रास से तैयार किया जा रहा है.

यूरोप की विंटर ग्रास से हर भरे नजर आएंगे मैदान (वीडियो- ETV Bharat)

राई ग्रास (Ray) विंटर ग्रास की खासियत:बता दें कि यूरोप में विशेष तौर से तैयार की जाने वाली यह विंटर ग्रास सर्दियों के उस मौसम में जब सभी तरह की घास सूख कर पीली हो जाती है, तब यह घास पूरी तरह से हरी भरी रहती है. इसकी विशेषता ये है कि यह घास सर्दियों में सूखती नहीं है और दबाव पड़ने पर टूटती या बिखरती नहीं है. इसे करीब 50 से 45 दिन पहले मैदान को पूरी तरह से अलग-अलग चरण में तैयार कर उगाया जाता है. ऐसे में मात्र 40 से 45 दिनों में यह मैदान की तस्वीर बदल देती है.

देहरादून में मैदान को किया जा रहा तैयार (फोटो- ETV Bharat)

देहरादून में इसी विंटर ग्रास से मैदान तैयार किया जा रहा है. जिसे एलआर ब्रदर कंपनी की ओर से किया जा रहा है. एलआर ब्रदर के फील्ड इंचार्ज अतुल कुमार ने बताया कि इस विंटर ग्रास को मैदान में उगाने से पहले मैदान को कई अलग-अलग चरणों में तैयार किया जाता है. मैदान से अतिरिक्त कूड़े को बाहर किया जाता है. इसके बाद मैदान की मिट्टी को ढीला किया जाता है. ताकि, घास की उपजाऊ क्षमता बढ़ जाए. इसमें खाद और दवाइयां भी डाली जाती है. इसके बाद इसके ऊपर विंटर ग्रास के बीज डाले जाते हैं. जो अगले 40 से 45 दिनों में पूरे ग्राउंड की खूबसूरती को चार चांद लगा देते हैं.

यूरोप की विंटर ग्रास (फोटो सोर्स- LR Brothers)

देहरादून की कंपनी पूरे देश में तैयार कर रही मैदान:देहरादून बेस्ड एलआर ब्रदर कंपनी दिल्ली के इंडिया गेट से लेकर संसद भवन तक के कर्तव्य पथ के दोनों तरफ के घास के मैदान को मेंटेन करती है. इसके अलावा ओडिशा में फीफा स्टैंडर्ड के मैदान का मेंटेनेंस भी इसी कंपनी के पास है. बड़ी बात ये है कि देहरादून से संचालित यह कंपनी देश के कई बड़े मैदानों के मेंटेनेंस का काम करती है. जबकि, पहली बार नेशनल गेम्स के लिए यह कंपनी काम कर रही है.

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