श्रीनगर : आईपीएल सर्किट में एक जाना-माना नाम अब्दुल समद ने रणजी ट्रॉफी में जम्मू-कश्मीर के लिए इतिहास रच दिया है. वह घरेलू ट्रॉफी के एक ही मैच में दो शतक लगाने वाले क्षेत्र के पहले बल्लेबाज बन गए हैं. जम्मू-कश्मीर के कालाकोट के 22 वर्षीय स्टार ने सोमवार को ओडिशा के बाराबती स्टेडियम में घरेलू टीम के खिलाफ दो पारियों में दो शतक लगाकर अपनी चमक बिखेरी.
समद ने मैच में अपनी शानदार फॉर्म का परिचय देते हुए पहली पारी में 117 गेंदों पर 6 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 127 रन बनाए और दूसरी पारी में 6 छक्कों और 5 चौकों की मदद से 108 रन बनाए. उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत जम्मू-कश्मीर ने 7 विकेट पर 270 रन बनाकर पारी घोषित कर दी और ओडिशा को 269 रन का लक्ष्य दिया. चुनौती के बावजूद, ओडिशा खेल खत्म होने तक 8 विकेट पर 112 रन ही बना सका, जिसके परिणामस्वरूप मैच ड्रॉ हो गया.
समद के किसी भी साथी ने दूसरी पारी में 50 रन का आंकड़ा पार नहीं किया, जिससे उनके योगदान की अहमियत उजागर हुई. दूसरी पारी की तरह ही, पहली पारी में भी कोई भी बल्लेबाज 40 रन से ज्यादा नहीं बना सका.
ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत में समद के पिता मोहम्मद फारूक ने कहा, 'मैं 7वें आसमान पर हूं. वह कड़ी मेहनत करता है और अगर वह इसी तरह आगे बढ़ता रहा, तो मैं उसे जल्द ही भारत के लिए खेलते हुए जरूर देखूंगा'.
अपने बेटे की शानदार उपलब्धि पर विचार करते हुए, फारूक ने बाराबती स्टेडियम की कठिन परिस्थितियों पर प्रकाश डाला और बताया कि पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल नहीं थी. फारूक ने कहा, 'इसके बावजूद, उसने दोनों पारियों में 100 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट के साथ शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने दोनों पारियों में 15 छक्के और 11 चौके लगाए, जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला. भले ही मैच ड्रॉ रहा, लेकिन समद के प्रदर्शन ने वाकई हमारा दिन बना दिया'.