पेरिस में लगातार तीसरा ओलंपिक पदक जीतने उतरेंगी सिंधु, सात्विक-चिराग की नजरें स्वर्ण पर - Paris Olympics 2024
Paris Olympics 2024 Badminton : पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को पदक की सबसे ज्यादा उम्मीदें बैडमिंटन खिलाड़ियों से हैं. स्टार शटलर पीवी सिंधु जहां इस बार लगातार अपना तीसरा मेडल जीतने के इरादे से कोर्ट पर उतरेंगी. वहीं, सात्विक-चिराग की शीर्ष पुरुष जोड़ी की नजरें गोल्ड मेडल जीतकर 140 करोड़ भारतीयों को गौरवान्वित करने पर होंगी. पढे़ं पूरी खबर.
पेरिस : सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की स्टार भारतीय जोड़ी ओलंपिक में शनिवार से शुरू होने वाली बैडमिंटन प्रतियोगिता के पुरुष युगल में स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगी जबकि पीवी सिंधु लगातार तीसरा पदक जीत कर भारतीय खेलों में नया इतिहास रचने की कोशिश करेगी.
सिंधु ने पिछले दो ओलंपिक खेलों में रजत और कांस्य पदक जीता था तथा पेरिस में हैट्रिक पूरी करने के लिए उन्हें बड़ी प्रतियोगिताओं में खेलने के अपने अनुभव का अच्छी तरह से इस्तेमाल करना होगा. जहां तक सात्विक और चिराग का सवाल है तो पेरिस उनके लिए भाग्यशाली साबित हुआ है. उन्होंने इस साल फ्रेंच ओपन में पुरुष युगल का खिताब जीता था.
एचएस प्रणय पुरुष एकल में एचएस प्रणय और लक्ष्य से भी पहली बार ओलंपिक खेलों में अपनी चुनौती पेश करेंगे. इन दोनों ने भी पदक को अपना लक्ष्य बनाया है. इन दोनों में से हालांकि एक ही पदक जीत सकता है क्योंकि ग्रुप चरण से आगे बढ़ने पर प्री क्वार्टर फाइनल में यह दोनों खिलाड़ी आमने-सामने होंगे. प्रणय को ग्रुप के में वियतनाम के ले डुक फाट और जर्मनी के फैबियन रोथ जैसे कम रैंकिंग वाले खिलाड़ियों के साथ रखा गया है. उन्हें आगे बढ़ने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
भारत के एकल खिलाड़ियों का ओलंपिक से पहले प्रदर्शन उतार चढ़ाव वाला रहा लेकिन पुरुष युगल में सात्विक और चिराग ने शानदार प्रदर्शन किया. इस साल वह चार प्रतियोगिताओं के फाइनल में पहुंचे हैं और उन्होंने दो खिताब जीते हैं.
सात्विक-चिराग सात्विक और चिराग को तीसरी वरीयता दी गई है. उन्हें इंडोनेशिया के मौजूदा ऑल इंग्लैंड चैंपियन फजर अल्फियन और मुहम्मद रियान अर्दिआंतो, जर्मनी के मार्क लैम्सफस और मार्विन सेडेल तथा फ्रांस के लुकास कोरवी और रोनन लाबार के साथ ग्रुप सी में रखा गया है.
पीवी सिंधु ओलंपिक से पहले सिंधु की फॉर्म अच्छी नहीं रही है लेकिन उन्होंने प्रकाश पादुकोण की निगरानी में पिछले कुछ महीनो से कड़ा अभ्यास किया है और वह ओलंपिक पदक की हैट्रिक पूरी करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. सिंधु की पदक की राह में एन से यंग, चेन यू फी, ताई त्ज़ु यिंग और कैरोलिना मारिन जैसी खिलाड़ी रोड़ा बन सकती हैं लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि भारतीय खिलाड़ी बड़ी प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करती रही है. ग्रुप चरण में उनका सामना एस्टोनिया की दुनिया की 75वें नंबर की खिलाड़ी क्रिस्टिन कुबा और मालदीव की 111वें नंबर की फातिमा रज्जाक से होगा. नॉकआउट चरण में उनका सामना चीन की दो खिलाड़ियों – ही बिंगजियाओ और ओलंपिक चैंपियन चेन यू फेई से हो सकता है.
लक्ष्य सेन पुरुष एकल में लक्ष्य को कोई वरीयता नहीं दी गई है. उन्हें अपने ग्रुप में इंडोनेशिया के तीसरी वरीयता प्राप्त जोनाथन क्रिस्टी का सामना करना होगा जिनका भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ 4-1 का रिकॉर्ड है. लक्ष्य को नॉकआउट चरण में पहुंचने के लिए केविन कॉर्डन और बेल्जियम के जूलियन कैरागी को भी हराना होगा.
अश्विनी पोनप्पा अश्विनी पोनप्पा के लिए यह अंतिम ओलंपिक हो सकता है. वह महिला युगल में तनीषा क्रैस्टो के साथ मिलकर भारतीय चुनौती पेश करेगी. अश्विनी और तनीषा को ग्रुप सी में जापान की चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी चिहारू शिदा और नामी मात्सुयामा तथा दक्षिण कोरियाई किम सो यियोंग और कोंग ही योंग के साथ रखा गया है जिनसे उन्हें कड़ी चुनौती मिल सकती है. इस ग्रुप में ऑस्ट्रेलिया की सेतियाना मापासा और एंजेला यू भी हैं.