रावलपिंडी : भारतीय क्रिकेट टीम जहां इस समय अपने घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है, वहीं पाकिस्तान की टीम भी आज से इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच खेलने उतरी है. रावलपिंडी टेस्ट मैच में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया.
वहीं इस मैच पाकिस्तान की टीम ने मैच की शुरुआत में ही दोनों तरफ स्पिनरों से गेंदबाजी कराने का फैसला किया. इसके साथ ही पाकिस्तान की टीम ने टेस्ट क्रिकेट में पहली बार यह उपलब्धि हासिल की है, जो अब तक सिर्फ भारतीय टीम और बांग्लादेश की टीम ने ही की है.
टेस्ट क्रिकेट में पहली बार पाकिस्तान ने स्पिनरों के साथ की शुरुआत
पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद ने टॉस हारने के बाद अपने दोनों स्पिनरों से गेंदबाजी कराने का फैसला किया. इसके साथ ही मसूद का नाम टेस्ट क्रिकेट के इतिहास की एक ऐसी सूची में शामिल हो गया, जिसमें पाकिस्तान का कोई कप्तान शामिल नहीं था. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार भारतीय टीम ने 1964 में इंग्लैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट के पहले दिन दोनों तरफ से स्पिनरों से गेंदबाजी करवाने का फैसला किया था. इसके बाद 2018 और 2019 में बांग्लादेश की टीम ने भी यही किया. अब पाकिस्तान की टीम की तरफ से भी यही देखने को मिला है.
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहले दिन दोनों तरफ से स्पिन गेंदबाजी की शुरुआत
मोटागनहल्ली जयसिम्हा और सलीम दुर्रानी - बनाम इंग्लैंड (कानपुर टेस्ट, 1964)