जिनको मेडल चाहिए, खरीद लेना 15-15 रुपये में : विनेश की अर्जी खारिज होने पर बजरंग पूनिया - Bajrang Punia on Vinesh Phogat - BAJRANG PUNIA ON VINESH PHOGAT
Bajrang Punia on Vinesh Phogat rejected plea : सीएएस द्वारा पहलवान विनेश फोगाट की साझा सिल्वर मेडल देने की अपील खारिज किए जाने के बाद बजरंग पूनिया ने अपने बयान से खलबली मचा दी है. पढे़ं पूरी खबर.
नई दिल्ली : भारतीय खेल फैंस बुधवार को उस समय हैरान रह गए जब ओलंपिक फाइनल से अयोग्य ठहराए जाने के बाद पहलवान विनेश फोगाट की साझा सिल्वर मेडल की अपील को पेरिस में खेल पंचाट न्यायालय (CAS) के तदर्थ प्रभाग ने खारिज कर दिया.
यह चौंकाने वाला फैसला विनेश द्वारा पेरिस ओलंपिक के दौरान अपील दायर करने के एक सप्ताह बाद आया. फैसले के मद्देनजर, साथी पहलवान और ओलंपिक मेडलिस्ट बजरंग पुनिया ने सोशल मीडिया पर विनेश के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया.
बजरंग पूनिया के बयान ने मचाई खलबली बजरंग पूनिया ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए अपने दिल की बात लिखी, जिसमें ओलंपिक मेडल जीतने का मौका गंवाने के बावजूद विनेश की दृढ़ता और प्रतिभा को दर्शाया. बजरंग ने इस बात पर जोर देते हुए लिखा कि भले ही मेडल छिन गया हो, लेकिन विनेश विश्व मंच पर हीरे की तरह चमक रही हैं. उन्होंने लिखा, 'माना पदक छीन गया तुम्हारा इस अंधेरे में. हीरे की तरह चमक रही हो आज पूरे संसार में'.
जिनको मेडल चाहिए, खरीद ले 15-15 रुपये में बजरंग ने विनेश को एक सच्चा चैंपियन और राष्ट्रीय गौरव का स्रोत बताते हुए लिखा, 'विश्व विजेता हिंदुस्तान की आन बान शान, रुस्तम-ए-हिंद विनेश फोगाट आप देश की कोहिनूर हैं. पूरे विश्व में विनेश फोगाट, विनेश फोगाट हो रही है. जिनको मेडल चाहिए, खरीद ले 15-15 रुपये में'.
पीटी उषा ने भी जताई नाराजगी इससे पहले, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने भी सीएएस के फैसले पर अपनी हैरानी और निराशा व्यक्त की, जिसने विनेश की ओलंपिक कुश्ती फाइनल में प्रतिस्पर्धा करने वाली भारत की पहली महिला बनने की उम्मीदों को धराशायी कर दिया.
क्या था पूरा मामला बता दें कि, भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट को को 7 अगस्त को 100 ग्राम अधिक वजन होने के बाद महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती के फाइनल से अयोग्य घोषित कर दिया गया था. विनेश, जिन्होंने 6 अगस्त को सफलतापूर्वक अपना वजन मापा था, ने अपनी 3 जीतों को एक साझा सिल्वर मेडल के रूप में दर्ज करने की मांग की थी, लेकिन उनकी अपील को CAS ने बुधवार को अंततः खारिज कर दिया. इस फैसले के साथ ही 140 करोड़ भारतीयों का दूसरा सिल्वर मेडल का सपना टूट गया.