कम उम्र के लोगों को क्यों आता है हार्ट अटैक ? जानिए इस बॉडीबिल्डर के निधन की असली वजह - ILLIA GOLEM YEFIMCHYK - ILLIA GOLEM YEFIMCHYK
Bodybuilder died of heart attack: आज के समय में हार्ट अटैक के मामले काफी ज्यादा सामने आ रहे हैं. अब एक एथलीट की भी हार्ट अटैक के चलते मौत हो गई है. पढ़िए पूरी खबर...
नई दिल्ली : आज कल हार्ट अटैक आना एक नॉर्मल सी बात हो गई है. कम उम्र के लोग भी इससे अछूते नहीं रहे हैं. ऐसे में कई जानकारी बताते हैं कि आज कल की जीवन शैली और खान-पान भी इसकी एक प्रमुख वजहों में से है. एथलीट्स को भी कम उम्र में हार्ट अटैक आने के मामले अब सामने आने लगे हैं. हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी को हैरान कर दिया है.
इलिया गोलेम ने हार्ट अटैक के चलते छोड़ी दुनिया दरअसल मशहूर बॉडीबिल्डर और एथलीट इलिया गोलेम येफिमचिक का हार्ट अटैक आने की चलते पिछले सप्ताह निधन हो गया है. वो सिर्फ 36 साल की कम उम्र में दुनिया छोड़कर चले गए हैं. उनका शरीर काफी हैवी था, उनके बाइसेप्स और पूरी बॉडी काफी विशाल काय है. उन्होंने कड़ी मेहतन के साथ ऐसी बॉडी बनाई थी. अब वो हार्ट अटैक के चलते इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं. इलिया गोलेम के निधन की जानकारी उनकी पत्नी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी थी.
इलिया गोलेम एक दिन में लेते थे 16,500 कैलोरी रिपोर्ट्स के अनुसार 36 साल के बेलारूसी बॉडीबिल्डर को 6 सितंबर को हार्ट अटैक आया, इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन वो कोमा में चले गए. इसके बाद उनका निधन हो गया. ये एथलीट अपने 25 इंच के बाइसेप्स के लिए एक दिन में 16,500 कैलोरी लेता था, जिसके लिए वो मास-मॉन्स्टर आहार खाता था. इसके साथ ही वो अपने अविश्वसनीय 6-फुट, 340 पाउंड के शरीर को ऐसा ही बनाए रखने के लिए लगभग 7 बार दिन में खाना खाता था, येफिमचिक को बॉडीबिल्डिंग की दुनिया में म्यूटेंट के नाम से भी जाना जाता था.
कम उम्र में क्यूं आ रहे हैं लोगों को हार्ट अटैक वर्तमान समय की जीवन शैली और अपने आप को फिट रखने के लिए नियमित रूप से हद से ज्यादा व्यायाम किए जाने की वजह से शरीर पर काफी फर्क पड़ता है. इस जीवन शैली का प्रभाव युवाओं और हर उम्र के लोगों के दिलों पर पड़ रहा है, जिससे उन्हें दिल की बीमारियां हो रहीं हैं.
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंड डायग्नोस्टिक रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार 2015 तक भारत में लगभग 6.5 करोड़ लोग दिल की बीमारियों का शिकार हैं. इसमें से लगभग 2.5 करोड़ लोग की उम्र 40 या उससे कम बताई गई है. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसरा हमारे देश में पिछले 10 सालों में दिल की बीमारी से मरने वालों की संख्या में 75 प्रतिशत अधिक हुई है. हार्ट अटैक आने की वजह हृदय के एक हिस्से में रक्त और ऑक्सीजन का पूरी तरह से न पहुंच पाना माना जाता है.