दिल्ली

delhi

ETV Bharat / sports

गंभीर-विराट पर ये क्या बोल गए मनोज तिवारी, कहा- 'किसी ने ऐसी उम्मीद नहीं की थी' - Manoj Tiwary - MANOJ TIWARY

Manoj Tiwary on Gautam Gambhir and Virat Kohli: बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की श्रृंखला के पहले टेस्ट से पहले, भारत के वर्तमान हेड कोच गौतम गंभीर और बल्लेबाज विराट कोहली की बातचीत का वीडियो सामने आया है. पढ़िए पूरी खबर..

Gautam Gambhir and Virat Kohli
गौतम गंभीर और विराट कोहली (IANS PHOTO)

By IANS

Published : Sep 20, 2024, 9:12 PM IST

नई दिल्ली: पूर्व भारतीय बल्लेबाज मनोज तिवारी ने बीसीसीआई के हालिया साक्षात्कार पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और मुख्य कोच गौतम गंभीर ने सारे मसाले को खत्म कर दिया. उन्होंने कहा कि आईपीएल में मैदान पर उनकी पिछली नोकझोंक के बाद किसी ने भी ऐसा कुछ होने की कल्पना नहीं की थी. कोहली और गंभीर, जो टीम इंडिया के लिए सभी प्रारूपों में एक साथ खेल चुके हैं. उनके बीच पहले भी कई मौकों पर मैदान पर कुछ प्रसिद्ध तकरारें हुई हैं, जो सुर्खियों में रहीं हैं.

तिवारी ने आईएएनएस से कहा, 'गौतम गंभीर के बारे में कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी होगी. वह अब तक केवल एक दौरे (श्रीलंका) पर गए हैं और अब यह (बांग्लादेश टेस्ट) भारतीय परिस्थितियों में है. वह हमेशा से ही लड़ाकू रहे हैं. राजनीति से बाहर निकलने और भारत के मुख्य कोच की भूमिका निभाने के बाद से उनका एक नया पक्ष सामने आया है. अच्छा है कि वह एमएस धोनी के दोस्त बन गए और अब हम विराट कोहली के साथ उनका एक वीडियो देखते हैं, जो वास्तव में प्रभावशाली है. इन दोनों अब पुराने झगड़ों से आगे बढ़ चुके हैं और कोच और खिलाड़ी के रूप में भारतीय टीम में ड्रेसिंग साझा कर रहे हैं'.

मनोज तिवारी (IANS PHOTO)

उन्होंने कहा, 'कोच बनने से पहले, विराट कोहली के साथ उनके बीच अनबन थी, लेकिन यह भूमिका निभाने के बाद यह दोस्ती में बदल गई. दोनों के बीच एक अच्छा रिश्ता है, वे अब एक साथ साक्षात्कार कर रहे हैं. किसी ने नहीं सोचा था कि ऐसा कुछ होगा. यह एक बदलाव है और यह जरूरी है'.

गंभीर के दौर में भारत तीन आईसीसी आयोजनों - चैंपियंस ट्रॉफी, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (अगर क्वालीफाई हुआ) और 2026 टी20 विश्व कप के लिए तैयार है, तिवारी को लगता है कि यह नए नियुक्त मुख्य कोच के लिए एक वास्तविक परीक्षा होगी क्योंकि आजकल चीजें परिणामोन्मुखी होती जा रही हैं.

पूर्व क्रिकेटर ने कहा, 'उन्होंने सबसे बड़े खिलाड़ियों वाली टीम की कमान संभाली है और यह अच्छी बात है कि वह सभी के साथ काम करने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, उनका सख्त व्यक्तित्व बना हुआ है. जब उन्हें कुछ कहना होता है, तो वह सीधे कह देते हैं. असली परीक्षा यह देखने की होगी कि वह इस मानसिकता के साथ कितने समय तक जारी रह सकते हैं, क्योंकि भारत में सब कुछ परिणामोन्मुखी हो गया है और कोई भी अब प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित नहीं करता है'.

ये खबर भी पढ़ें :कोहली-गंभीर ने दिया भरपूर मसाला, मैदान के बीच बहस को लेकर खोला बड़ा राज, कहा - 'मेरे झगड़े ज्यादा...'

ABOUT THE AUTHOR

...view details