स्टार खिलाड़ियों से सजी MI प्लेऑफ की रेस से हुई बाहर, जानिए क्या है प्वाइंट्स टेबल का गणित - IPL 2024
आईपीएल 2024 में बेहतरीन संतुलन वाली टीम मुंबई इंडियंस प्लेऑफ की रेस से बिल्कुल बाहर हो गई है. मुंबई इंडियंस क्रिकेट के सितारों से सजी टीम है लेकिन इस सीजन में अपने शर्मानाक प्रदर्शन के कारण सबसे पहले रेस से बाहर हुई है. पढ़ें पूरी खबर.
नई दिल्ली :आईपीएल 2024 के 51वें मुकाबले में जैसे ही मुंबई इंडियंस कोलकाता नाइटराइडर्स से हारी वैसे ही प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई है. हालांकि, अगर वह जीत भी जाती तो दूसरी टीमों पर निर्भर रहना पड़ता लेकिन इस हार के उसरी रही सही प्लेऑफ की उम्मीदें भी धूमिल हो गई हैं. फैंस पहले ही हार्दिक पांड्या की कप्तानी से काफी नाराज थे.
आईपीएल के इस सीजन में मुंबई ने अब तक 11 मुकाबले खेले हैं जिसमें उसने सिर्फ 3 मुकाबलों में जीत हासिल की है और 8 मुकाबलो में उसे हार का सामना करना पड़ा है. फिलहाल मुंबई के 3 मुकाबले बाकी है अगर वह तीनों मुकाबले जीत भी जाती है तो वह 12 अंको तक ही पहुंच पाएगी जहां से उसको टॉप 4 में पहुंचना बिल्कुल संभव नहीं है.
प्वाइंट्स टेबल में राजस्थान 8 जीत और 16 अंको के साथ टेबल में टॉप पर है वहीं, कोलकाता 10 मैचों में 7 जीत के साथ दूसरे नंबर पर है. इसके बाद लखनऊ सुपरजायंट्स और सनराइजर्स हैदराबाद 6-6 जीत के साथ तीसरे और चौथे नंबर पर है वहीं चेन्नई सुपरकिंग्स 5 जीत के साथ पांचवें नंबर पर है. ऐसे में लखनऊ कोलकाता और लखनऊ हैदराबाद के बीच आपस में भी मुकाबले खेले जाएंगे. ऐसे में एक टीम का जीतना तय है जो भी जीतेगी वह टॉप 4 में अपनी जगह पक्की करेगी. मतलब यह वह 7 या उससे ज्यादा मैच खुद ही हासिल कर लेगी ऐसे में मुंबई का प्लेऑफ में पहुंचना बिल्कुल संभव नही है.
प्लेऑफ की रेस में बेंगलुरु अभी भी शामिल मुंबई पहली ऐसी टीम है जो प्लेऑफ की रेस से सबसे पहले बाहर हुई है. हालांकि, प्वाइंट्स टेबल में आरसीबी मुंबई से नीचे है लेकिन उसके अभी भी प्लेऑफ में पहुंचने के चांस है लेकिन उसका गणित भी दूसरी टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा. बेंगलुरु ने 3 मैच जीते हैं और उसके अभी भी 4 मैच बचे हैं और अगर वह सभी अपने मुकाबले जीतती है और राजस्थान बेंगलुरु से हारकर अपने सभी मुकाबले जीते वहीं, हैदराबाद और लखनऊ अपने सभी मुकाबले हारे तो बेंगलुरु टॉप 4 में जगह बना सकती है. हालांकि, यह बेहद ही मुश्किल गणित है और इसमें प्वाइंट्ल का ही नहीं बल्कि रनरेट का भी अहम योगदान होगा.