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भारत के लिए मेडल जीतने पर होंगी इन निशानेबाजों की निगाहें, जानिए ओलंपिक गेम्स में शूटिंग का इतिहास - Paris Olympic 2024

Paris Olympic 2024 में भारतीय निशानेबाजी दल मेडल जीतने की उम्मीद लगाए हुए हैं. ओलंपिक में अभिनव बिंद्रा और गगन नारंग के बेहतरीन प्रदर्शन को इस बार फिर से इंडियन शूटर्स दोहराना चाहेंगे. उससे पहले हम आपको इस बार का भारतीय निशानेबाजी दल, ओलंपिक इतिहास में निशानेबाजी का प्रदर्शन के बारे में बताने वाले हैं. पढ़िए पूरी खबर...

Paris Olympic 2024
शूटिंग गेम में हिस्सा लेते प्लेयर (ANI PHOTOS)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 13, 2024, 1:42 PM IST

नई दिल्ली:पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत 26 जुलाई से होने वाली है. भारत ने तीन साल पहले टोक्यो में ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था और कुल सात पदक अपने नाम किए थे. इस बार फिर से भारतीय दल से काफी उम्मीदें हैं. भारत पेरिस ओलंपिक में अपना अब तक का सबसे बड़ा दल भेज रहा है, जिसमें 110 एथलीट मेडल जीतने का सपना लेकर प्रतियोगिता में उतरने वाले हैं. भारत द्वारा पहली बार ओलंपिक में निशानेबाजी के सभी इवेंट्स में कोटा हासिल किया गया है. निशानेबाजी 1896 लेकर अब तक ओलंपिक खेलों का हिस्सा रहा है. इस खेल को सिर्फ 1904 और 1928 ओलंपिक गेम्स में नहीं खेला गया था.

भारतीय निशानेबाज खिलाड़ी (IANS PHOTOS)

ओलंपिक में निशानेबाजी स्पर्धाओं का इतिहास
ओलंपिक में सबसे पहले कबूतर निशानेबाजी जैसे प्रितयोगिताओं का आयोजन होता था. इसके बाद 1906 और 1908 में द्वंदयुद्ध का आयोजन किया जाता था, लेकिन इसे बाद में प्रतिबंधित कर दिया गया. अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ 1907 में अस्तित्व में आया और समय के साथ इस खेल को फैंस का खूब प्यार भी मिला. जब 1932 में शूटिंग को फिर से शुरू किया गया, तब इसमें 2 इवेंट शामिल थे, लेकिन 2000-2004 तक इवेंट की संख्या धीरे-धीरे बढ़कर अधिकतम 17 हो गई. 1984 में लॉस एंजिल्स में हुए ओलंपिक खेलों में केवल महिलाओं के लिए इवेंट शुरू किए गए थे, इस दौरान 77 महिला प्रतियोगियों ने भाग लिया था.

भारत के निशानेबाज अपने विरोधियों के साथ (ANI PGOTOS)

ओलंपिक में भारतीय निशानेबाजों का रिकॉर्ड
भारत इस खेल में केवल चार पदक जीतने में सफल रहा है और उसे इस रिकॉर्ड को बेहतर बनाने की उम्मीद होगी. भारत के लिए राज्यवर्धन सिंह राठौर ने 2004 एथेंस खेलों में पुरुषों की डबल ट्रैप स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर निशानेबाजी में भारत का खाता खोला था. उसके बाद भारत को अभिनव बिंद्रा ने 2008 में बीजिंग ओलंपिक में पुरुषों की 10 मीटर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था. वो गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय निशानेबाज बने. 2012 में विजय कुमार ने पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में रजत पदक जीता, जबकि गगन नारंग ने 2012 लंदन खेलों में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था.

शूटिंग प्लेयर्स (ANI)

निशानेबाजी में भारतीय दल
भारत आगामी पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए अपना अब तक का सबसे बड़ा निशानेबाजी दल भेज रहा है. कुल 21 निशानेबाज 27 पदकों के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे. दल में ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर, सिफत कौर समरा, ईशा सिंह और अर्जुन बाबूता जैसे उभरते हुए खिलाड़ी शामिल हैं, जो भारत के लिए पदक जीतने की अपनी संभावनाओं को भुनाने की कोशिश करेंगे.

इन निशानेबाजों से होगी मेडल की आस

  1. सिफत कौर समरा : सिफत ने बाकू अजरबैजान में महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन में पांचवें स्थान पर रहने के बाद पेरिस ओलंपिक 2024 का कोटा हासिल किया. वह वर्तमान में महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन फाइनल में विश्व रिकॉर्ड रखती हैं. उन्होंने हांग्जो 2022 एशियाई खेलों के दौरान यह उपलब्धि हासिल की, जब उन्होंने महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था. 23 वर्षीय इस खिलाड़ी ने पिछले महाद्वीपीय खेलों में महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन टीम स्पर्धा में रजत पदक भी जीता था.
    सिफत कौर समरा (IANS PHOTOS)
  2. ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर : ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में जूनियर विश्व रिकॉर्ड हैं. उन्होंने नई दिल्ली में 2021 आईएसएसएफ विश्व कप स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है और 2020 टोक्यो खेलों में भी भारत के निशानेबाजी दल में शामिल थे. ऐश्वर्या को हांग्जो एशियाई खेलों 2023 में उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से वर्ष की शुरुआत में अर्जुन पुरस्कार मिला था.
  3. अर्जुन बाबूता : अर्जुन बाबूता ने सिडनी में आयोजित आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप 2018 में कांस्य पदक जीता था. उन्होंने आईएसएसएफ जूनियर विश्व कप 2016, गबाला में 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक और कांस्य पदक भी जीता है. चांगवोन में 2023 एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में बाबूता ने 10 मीटर एयर राइफल में रजत पदक जीता, जिससे भारत को पेरिस में 2024 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए कोटा स्थान मिला. उनका अनुभव और कौशल भारत के शूटिंग दल के लिए महत्वपूर्ण होगा.

पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए भारतीय निशानेबाजी टीम

राइफल

  1. पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल: संदीप सिंह, अर्जुन बाबूटा
  2. महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल: एलावेनिल वलारिवन, रमिता जिंदल
  3. महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन: सिफ्त कौर समरा, अंजुम मौदगिल
  4. पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन: ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, स्वप्निल कुसाले
  5. 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम: संदीप सिंह/एलावेनिल वलारिवन, अर्जुन बाबूटा/रमिता जिंदल पिस्टल
  6. पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल: सरबजोत सिंह, अर्जुन चीमा
  7. महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल: मनु भाकर, रिदम सांगवान
  8. पुरुषों की 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल: अनीश भानवाला, विजयवीर सिद्धू
  9. महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल: मनु भाकर, ईशा सिंह
  10. 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम: सरबजोत सिंह/मनु भाकर, अर्जुन सिंह चीमा/रिदम सांगवान

खेल के नियम
ओलंपिक में तीन शूटिंग गेम्स होते हैं, राइफल, पिस्टल और शॉटगन. राइफल और पिस्टल स्पर्धाएं शूटिंग रेंज पर होती हैं, जहाँ एथलीट 10 मीटर, 25 मीटर और 50 मीटर की दूरी पर लक्ष्य पर निशाना साधते हैं. शॉटगन स्पर्धाएं सिद्धांत रूप से अलग होती हैं, क्योंकि वे बाहर होती हैं. निशानेबाज अलग-अलग कोणों और दिशाओं से लक्ष्यों पर निशाना साधते हैं. राइफल और पिस्टल स्पर्धाओं में भी तीन पोज़िशन होती हैं: घुटने टेकना, लेटना और खड़े होना. कुछ स्पर्धाओं में सभी पोज़िशन शामिल होती हैं. लक्ष्य पर सटीक और केंद्र के जितना करीब हो सके उतना करीब से मारना होता है.

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