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पेरिस पैरालंपिक में भारत तोड़ सकता है समर ओलंपिक के कुल पदकों का रिकॉर्ड - Paris Paralympics 2024

पेरिस ओलंपिक में भारत का इस बार अभियान टोक्यो ओलंपिक से निराशजनक रहा है. इस बार भारत को पैरालंपिक में अपने खिलाड़ियों से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है. पढ़ें पूरी खबर..

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पेरिस पैरालंपिक (IANS PHOTO)

By IANS

Published : Aug 18, 2024, 7:02 PM IST

नई दिल्ली :भारत ने पेरिस ओलंपिक में 6 मेडल जीतने के साथ अपना अभियान समाप्त किया. भारत इस बार गोल्ड मेडल नहीं जीत सका. नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में भारत को एक सिल्वर मेडल दिलाया है. यह पेरिस ओलंपिक में भारत का सबसे बड़ा पदक साबित हुआ. इसके अलावा 5 रजत पदक विजेता बने. अब 28 अगस्त से पेरिस पैरालंपिक शुरू होने जा रहा है.

यह विरोधाभास है कि पैरालंपिक में भारत के शानदार प्रदर्शन के बावजूद भारत में खिलाड़ियों द्वारा इन खेलों को उस खिलाड़ी से नहीं लिया जाता है, जिस तरह से समर ओलंपिक को लिया जाता है. पैरालंपिक में समर ओलंपिक की तुलना में भारत बहुत शानदार प्रदर्शन करता है.

पेरिस ओलंपिक के बाद समर ओलंपिक में भारत के कुल पदकों की संख्या 41 है. भारत ने समर ओलंपिक में 10 स्वर्ण, 10 रजत और 21 कांस्य पदक जीते हैं. भारत ने पैरालंपिक में 1968 में पहली बार भारतीय दल भेजा था. समर ओलंपिक के काफी बाद भारत के लिए पैरालंपिक खेल शुरू हो गए. इसके बावजूद, भारत ने पैरालंपिक में अब तक 9 स्वर्ण, 12 रजत और 10 कांस्य पदक सहित 31 पदक जीते हैं.
अगर आगामी पैरालंपिक खेलों में भारत 10 पदक हासिल कर सकता है तो वह समर ओलंपिक के पदक टैली तक पहुंच जाएगा. पेरिस पैरालम्पिक के बाद समर ओलम्पिक के कुल पदकों की संख्या का रिकॉर्ड गिरने की पूरी उम्मीद है. भारत 1984 के बाद कॉन्स्टैंट पैरालंपिक में हिस्सा ले रहा है. इन खेलों में टीम इवेंट कम और व्यक्तिगत इवेंट मुख्य रूप से होते हैं. पैरालंपिक में भारत ने समर गेम्स की तुलना में कहीं अधिक व्यक्तिगत पदक जीते हैं. टोक्यो ओलंपिक में भारत ने 7 मेडल जीते थे. वहीं, टोक्यो पैरालंपिक में भारत ने 19 मेडल अपने नाम किए. यह एक बहुत बड़ा अंतर है.

इसके अलावा, भारत ने पैरालंपिक में बैटल, टेबल टेनिस और आर्चरी जैस गर्ल में एंट्री की है. समर ओलिंपिक में भारत में कभी भी इन इवेंट्स में जीत नहीं मिलती. यह चौंकाने वाली बात हो सकती है कि भारत के पहले व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा नहीं थे, बल्कि मुरलीकांत पेटकर थे जिन्होंने 1972 के पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीता था.

इस बार पैरालंपिक में भारत के 25 से ज्यादा मेडल जीतने का नारा दिया जा रहा है. टोक्यो पैरालंपिक में भारत के 19 मेडल की संख्या को देखते हुए इस बार 25 मेडल जीतने की उम्मीद नहीं है. ओलंपिक्स में भारत ने काफी निवेश किया है. पैरालंपिक खेलों में और भी अधिक जांच करके भारत कई पदक जीत सकता है.

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