नई दिल्ली: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन स्थल और कार्यक्रम को लेकर सस्पेंस जारी है. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे राजनीतिक गतिरोध के बीच पीसीबी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. शुक्रवार को आईसीसी के गवर्निंग बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक हुई उसमे कोई निर्णय नही लिया जा सका और मीटिंग को स्थगित कर दिया गया. आईसीसी की बैठक में टीम इंडिया के पाकिस्तान दौरे या हाइब्रिड मॉडल या पाकिस्तान से मेजबानी छीनने की बात जैसे कई मुद्दों पर चर्चा होनी थी. भारत पाकिस्तान गतिरोध को समाप्त करने के लिए आईसीसी आज फिर से बैठक कर सकता है.
चैंपियंस ट्रॉफी पर सस्पेंस बरकरार
आप को बता दें कि, पाकिस्तान के पास चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी के अधिकार हैं और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) टूर्नामेंट को पूरी तरह से आयोजित करने पर अड़ा हुआ है. जबकि भारत के पाकिस्तान का दौरा करने से इनकार करने के कारण, टूर्नामेंट आयोजित करने के लिए उपलब्ध संभावित प्रारूप एक 'हाइब्रिड मॉडल' है, जिसमें पाकिस्तान देश में अधिकांश मैचों की मेजबानी करेगा और भारत अपने तमाम मैच कहीं और खेलेगा.
शुक्रवार को आईसीसी बोर्ड की बैठक ऑनलाइन आयोजित की गई और माना जा रहा है कि इसमें बोर्ड के सभी 15 सदस्य (12 पूर्ण सदस्य प्रतिनिधि और तीन एसोसिएट देशों के निदेशक), साथ ही सीईओ ज्योफ एलार्डिस और चेयरमैन ग्रेग बार्कले के साथ उपस्थित थे. सूत्रों के अनुसार आईसीसी बोर्ड ने शुक्रवार को संक्षिप्त बैठक की, लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया जा सका. उन्होंने यह भी कहा कि सभी संबंधित पक्ष चैंपियंस ट्रॉफी के लिए एक सही विकल्प के लिए कार्य में जुटे हुए हैं.
हाइब्रिड मॉडल एक संभावित विकल्प है
चैंपियंस ट्रॉफी 19 फरवरी से 9 मार्च तक खेली जानी है. लेकिन बीसीसीआई टीम इंडिया को पाकिस्तान दौरे पर भेजने के लिए तैयार नहीं थी. इसके पीछे बोर्ड ने तर्क दिया कि उसे पाकिस्तान जाकर मैच खेलने के लिए भारत सरकार की सहमति नहीं मिली है. इसके बाद टूर्नामेंट को लेकर सस्पेंस बढ़ गया.