हैदराबाद: क्रिकेट का सबसे छोटे फॉर्मेट टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट को शुरू हुए 20 साल हो चुके हैं. इसकी लोकप्रियता पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ गई है, जिसकी वजह से अब कई देशों में टी20 लीग का आयोजन किया जाता है. टी20 इंटरनेशनल का पहला मैच 17 फरवरी 2005 को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था. इस ऐतिहासिक मैच में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड पर 44 रनों से शानदार जीत हासिल की थी.
उस समय के कुछ क्रिकेटरों ने वनडे और टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करके अपना नाम महान क्रिकेटरों की लिस्ट में शामिल करा लिया, लेकिन अपने प्रतिष्ठित करियर में वे केवल एक ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल पाए. ऐसे पांच क्रिकेटरों के बारे में हम बताने हैं.
पांच लीजेंडरी क्रिकेटर जो अपने करियर में केवल एक टी20 मैच खेल पाए
1- सचिन तेंदुलकर
2- राहुल द्रविड़
3- इंजमाम-उल-हक
4- जेसन गिलेस्पी
5- मोहम्मद रफीक
सचिन तेंदुलकर (भारत)
टेस्ट और वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं, लेकिन उन्होंने भारत के लिए केवल एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल पाए. यह भारत का पहला और सचिन का आखिरी टी20 मैच था. 2006 में भारत ने जोहान्सबर्ग में अपना पहला टी20 मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था, जिसमें 127 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए सचिन तेंदुलकर और टीम के कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने बल्लेबाजी की शुरुआत की. सचिन के चार्ल लैंगवेल्ट ने आउट किया. तेंदुलकर ने दस रन बनाए थे, जिसमे वो दो चौके भी लगाए. सचिन ने उस मैच में एक विकेट भी लिया था. भारत ने उस मैच को अंतिम गेंद पर जीत लिया.
इंजमाम-उल-हक (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और 1992 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे इंजमाम-उल-हक भी उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने सिर्फ एक टी20 मैच खेल पाए. इंजमाम-उल-हक ने अपना पहला और आखिरी टी20 मैच 2006 में ब्रिस्टल में इंग्लैंड के खिलाफ खेला, जिसमें वो पाकिस्तान के कप्तान भी थे. इस मैच में इंजमाम ने नाबाद 11 रन बनाए और पाकिस्तान ने इंग्लैंड के 145 रनों के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया. इस मैच के बाद इस खिलाड़ी ने क्रिकेट के इस प्रारूप में किसी और मैच में हिस्सा नहीं लिया.
राहुल द्रविड़ (भारत)
राहुल द्रविड़ ने भी टेस्ट और वनडे क्रिकेट में कई रिकॉर्ड बनाए हैं. लेकिन वो भी सचिन तेंदुलकर की तरह भारत के लिए एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल पाए. द्रविड़ ने साल 2011 में अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ खेला. जिसमें उन्होंने 21 गेंदों पर 31 रनों की तेज पारी खेली. लेकिन यह उनका एकमात्र अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच था. उस मैच में द्रविड़ ने स्पिनर समित पटेल की गेंद पर लगातार तीन छक्के लगाए थे. यह मैच भारत छह विकेट से हार गया था. इस मैच के बाद द्रविड़ ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेलने का निर्णय लिया.
जेसन गिलेस्पी (ऑस्ट्रेलिया)
टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने अपने पूरे करियर में केवल एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है. यह मैच 2005 में रोज बाउल में इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया था. जिसमे गिलेस्पी ने चार ओवरों में 49 रन देकर एक विकेट लिया. यह मैच ऑस्ट्रेलिया 101 रन से हार गई थी. इस के बाद जेसन गिलेस्पी ने अपनी टीम के लिए एक भी टी20 मैच नहीं खेल पाए. इस तेज गेंदबाज ने टेस्ट क्रिकेट में 26.14 की औसत से 259 विकेट लिए और आठ बार 5 विकेट लिए. वो 2003 विश्व कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य भी थे.
मोहम्मद रफीक (बांग्लादेश)
बांग्लादेशी स्पिनर मोहम्मद रफीक ने भी केवल एक टी20 मैच खेला है. उनका आखिरी मैच 2006 में जिम्बाब्वे के खिलाफ था, उस मैच में उन्होंने 5 गेंदों पर 13 रन बनाए और चार ओवरों में एक विकेट हासिल किया. उस मैच को बांग्लादेश ने 43 रनों से जीता था. वो 100 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले बांग्लादेशी गेंदबाज भी हैं.
11 भारतीय क्रिकेटर जिन्होंने इंटरनेशनल करियर में केवल एक टी20 मैच खेला
2007 में आईपीएल के उदय के साथ भारतीय क्रिकेट में प्रतिभा की भरमार इतनी ज्यादा हो गई कि अगर कोई खिलाड़ी टी20 मैच में खराब प्रदर्शन करता है, तो प्रशंसक उभरते हुए खिलाड़ी को टीम में शामिल करने की अपील करते हैं. जिस की वजह से कई भारतीय खिलाड़ियों का टी 20 करियर छोटा हो गया. आज तक, 11 भारतीय खिलाड़ी ऐसे हैं जो अपने पूरे करियर में सिर्फ एक टी20 अंतरराष्ट्रीय खेल पाए हैं.