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कतर के बाद अब इस देश को मिली फीफा की मेजबानी, 2034 में एक तो 2030 में तीन देश करेंगे फीफा विश्व कप की मेजबानी

FIFA 2034: कतर के बाद सऊदी अरब फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी करने वाला दूसरा मुस्लिम देश बन गया है.

रोनाल्डो और मेसी
रोनाल्डो और मैसी (AP PHOTO)

By ETV Bharat Sports Team

Published : 5 hours ago

नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संगठन, फीफा ने बुधवार को फुटबॉल विश्व कप के दो आगामी संस्करणों के लिए मेजबान देश का एलान कर दिया है. सऊदी अरब को 2034 के आयोजन की मेजबानी की पुष्टि की, जबकि स्पेन, पुर्तगाल और मोरक्को को 2030 फीफा टूर्नामेंट के लिए संयुक्त मेजबान के रूप में चुना.

कतर के बाद सऊदी अरब को मीली फीफा की मेजबानी
फुटबॉल विश्व कप 2034 की मेजबानी सऊदी अरब करेगा. जिसके साथ कतर के बाद सऊदी अरब फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी करने वाला दूसरा मुस्लिम देश बन गया है. 2034 में सबसे बड़ा फुटबॉल टूर्नामेंट विश्व कप सऊदी अरब के 5 शहरों में आयोजित किया जाएगा जहां 15 अलग-अलग स्टेडियम विश्व कप मैचों की मेजबानी करेंगे.

2030 फुटबॉल विश्व कप तीन महाद्वीपों में खेला जाएगा
इसके अलावा 2030 फुटबॉल विश्व कप तीन महाद्वीपों के 6 देशों में खेला जाएगा. 2030 फीफा की मेजबानी मोरक्को, पुर्तगाल और स्पेन को करनी है. प्रतियोगिता के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 2030 टूर्नामेंट के तीन मैच अर्जेंटीना, पैराग्वे और उरुग्वे में आयोजित किए जाएंगे. इस आयोजन का उद्घाटन मैच उरुग्वे में खेला जाएगा, जिसने 1930 के पहले फाइनल की मेजबानी की थी, अगले दो मैच क्रमशः अर्जेंटीना और पैराग्वे में खेले जाएंगे, उसके बाद टूर्नामेंट के बाकी मैच तीन मुख्य सह-मेजबान देशों में खेले जाएंगे.

फीफा ने देश के मानवाधिकार उल्लंघन के कथित इतिहास पर कई संगठनों द्वारा उठाई गई चिंताओं के बावजूद सऊदी अरब को 2034 विश्व कप की मेजबानी की पुष्टि की. बुधवार को फीफा कांग्रेस की असाधारण बैठक में मतदान के बाद दोनों विश्व कप के मेजबानों की पुष्टि की गई. बैठक में फीफा के सभी 211 सदस्य देशों का वीडियो लिंक के जरिए प्रतिनिधित्व किया गया.

फीफा के कई संगठन सऊदी अरब की मेजबानी से खुश नहीं
फीफा द्वारा सऊदी अरब को आयोजन की मेजबानी दिलाने में अपनी रुचि दिखाने के साथ, इसके कई सदस्यों ने शासन द्वारा मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन पर विवाद के कारण निर्णय पर निराशा व्यक्त की है. नॉर्वेजियन फुटबॉल महासंघ ने मंगलवार को घोषणा की कि वह किसी भी मतदान से दूर रहेगा, और कहा कि फीफा ने 2030 और 2034 के मेजबानों को निर्धारित करने के लिए जिस प्रक्रिया का पालन किया था वह त्रुटिपूर्ण थी.

मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पिछले सप्ताह कहा था कि सऊदी अरब की मेजबानी पर राष्ट्रीय शासी निकायों की ओर से गहरी चुप्पी रही है, जबकि कतर द्वारा 2022 के फाइनल के आयोजन के बारे में बहुत से लोगों ने अपनी बात रखी है.

यूरोपीय देश भी सऊदी अरब द्वारा 2034 में विश्व कप की मेजबानी का विरोध कर रहे थे, क्योंकि उनकी योजना सर्दियों में इस आयोजन को आयोजित करने की थी. गर्मियों में दिन के समय होने वाले भीषण तापमान से बचने के लिए सर्दियों में 2034 के फाइनल का आयोजन करने के किसी भी प्रयास का यूरोप की घरेलू लीगों द्वारा विरोध किया जाना तय है, जो पहले से ही फीफा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई में शामिल हैं.

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