नई दिल्ली: दिसंबर की शुरुआत से ही पूरे देश में सीमेंट डीलरों ने कीमतों में बढ़ोतरी की है. पिछले कुछ महीनों में डीलरों के मार्जिन में गिरावट आने के बाद यह कदम उठाया गया है. खास बात यह है कि सुस्त मांग के कारण सीमेंट कंपनियों का मुनाफा प्रभावित हुआ है. डीलरों का कहना है कि कीमतों में बढ़ोतरी का कारण त्योहारी सीजन के बाद बेहतर श्रम उपलब्धता के कारण रियल एस्टेट क्षेत्र में मांग में वृद्धि तथा बुनियादी ढांचा क्षेत्र से ऑर्डरों में बढ़ोतरी है.
सीएलएसए ने अल्ट्राटेक सीमेंट पर दांव लगाया
सीएलएसए के अनुसार दिसंबर की शुरुआत में सीमेंट की कीमतों में 10 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पूरे भारत में कीमतों में बढ़ोतरी का मतलब तिमाही आधार पर 3.5 फीसदी की बढ़ोतरी है. हालांकि, कीमतें अभी भी सालाना आधार पर 5 फीसदी कम हैं. इसने नोट किया कि अक्टूबर में अच्छी बिक्री के बाद नवंबर के उत्तरार्ध में धीरे-धीरे वॉल्यूम में सुधार हुआ. ब्रोकरेज 2025 की दूसरी छमाही और 2026 में मांग में उछाल को लेकर सकारात्मक है.
सीमेंट कंपनियों के शेयर
आज 11 दिसंबर को सीमेंट कंपनियों के शेयरों में जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. सीमेंट डीलरों ने कीमतों में बढ़ोतरी की है. यह 4-5 महीने तक स्थिर मार्जिन के बाद हुआ है, जिसने डीलरों के मार्जिन को खा लिया, जिससे सीमेंट निर्माताओं की लाभप्रदता पर नकारात्मक असर पड़ा.