मुंबई: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक बड़े फैसले में सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी शरद कुमार को बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) का नया प्रमुख नियुक्त किया है, जो केके मिश्रा की जगह लेंगे. केके मिश्रा को पिछले साल बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई का प्रमुख बनाया गया था लेकिन वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके.
भारतीय क्रिकेट में यह अहम नियुक्ति पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी से चार महीने पहले की गई है. गौरतलब है कि सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी शरद कुमार चार साल तक एनआईए के प्रमुख के रूप में भी काम कर चुके हैं. एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) भारत में एक विशेष आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी है.
उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले शरद कुमार को तीन साल के लिए बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया है. बोर्ड सूत्रों ने बताया कि 29 सितंबर को बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक में उनके नाम को मंजूरी दी गई. पद संभालने के बाद शरद कुमार क्रिकेट में भ्रष्टाचार से जुड़े मुद्दों को सुलझाने में अहम भूमिका निभाएंगे, जिसमें मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी जैसे मामले भी शामिल हैं.
कौन हैं शरद कुमार? गौरतलब है कि शरद कुमार हरियाणा कैडर के 1979 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और 2013 से 2017 तक काउंटर टेररिज्म ऑर्गनाइजेशन के प्रमुख थे. एनआईए के साथ काम करने के बाद शरद कुमार को केंद्रीय सतर्कता आयोग में सतर्कता आयुक्त नियुक्त किया गया। जहां वह जून 2018 से अप्रैल 2020 तक रहे.
एनआईए के महानिदेशक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, शरद कुमार ने कई प्रमुख जांचों और अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनके कार्यकाल के दौरान, एनआईए ने भारत में कई आतंकवादी हमलों की जांच की, जिसमें प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा पठानकोट एयरबेस पर आतंकवादी हमला भी शामिल था.