हैदराबाद: आज भारत के कई राज्यों में ईद का त्यौहार मनाया जा रहा है. मुस्लिम धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रमजान का महीना खत्म होने के बाद शव्वाल के पहले दिन ईद मनाई जाती है. ईद का त्यौहार भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के मुसलमान बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं. ईद मुस्लिम मजहब का सबसे बड़ा त्यौहार है. ऐसा माना जाता है कि जीत और खुशी में ईद का त्यौहार मनाया जाता है. जैसा कि हम सब जानते हैं रमजान के पाक महीने में सभी मुस्लिम धर्मावलंबी एक महीने तक रोजा रख कर अल्लाह की इबादत करते हैं, रमजान का महीना खत्म होने के बाद, ईद का त्योहार अल्लाह की तरफ से रोजेदारों के लिए तोहफा है.
ईद मुस्लिम धर्म का सबसे बड़ा त्यौहार है. रमजान के आखिरी दिन जब चांद नजर आता है उसके उसके अगले दिन से शव्वाल के महीने की शुरुआत होती है और उसी दिन ईद का त्यौहार भी मनाया जाता है. इस प्रकार रमजान की शुरुआत भी चांद के दिखाने के साथ होती है और रमजान का अंत भी चांद के दिखने के साथ होता है. रमजान के महीने के बाद आने वाली ईद को मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन सभी मुस्लिम लोग अल्लाह की इबादत के साथ ही परोपकार व दान करते हैं और एक दूसरे को गले लगकर ईद की मुबारकबाद देते हैं. साथ ही इस दिन सेवइयां खाने-खिलाने का भी रिवाज है. इस दिन मस्जिदों में ईद की विशेष नमाज भी अदा की जाती है.
ईद का इतिहास
अगर ईद के इतिहास की बात करें तो सबसे पहले ईद की शुरुआत पैगंबर मोहम्मद की जंग-ए-बदर की लड़ाई में जीत के बाद हुई थी. कहा जाता है कि इसमें मुस्लिम समुदाय के लोगों की जीत हुई थी.