प्रयागराजः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र का दौरा किया और तैयारी परखी. क्रूज से संगम क्षेत्र में व्यवस्थाओं को देखा और पक्षियों को दाना भी खिलाया. इसके बाद नाथ संप्रदाय के महाकुंभ में लगने वाले शिविर में गद्दी की पूजा अर्चना की. योगी आदित्यनाथ ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्रपुरी के साथ ही साथ सभी प्रमुख अखाड़ों के साधु संतों से मुलाकात कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उनकी समस्याएं भी सुनीं. इस दौरान मुख्यमंत्री परेड ग्राउंड में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस मीडिया सेंटर का उद्घाटन किया.
उद्घाटन के बाद उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025 अब तक के सभी कुंभ पर्वों से अधिक दिव्य और भव्य होगा. इस महाकुंभ में आस्था और आधुनिकता का समागम होगा और यह समागम प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में कैसे खुशहाली ला सकता है, इसका उदाहरण भी बनेगा. उन्होंने कहा कि लाखों लोग इस महासमागम और व्यवस्था के साथ जुड़े हुए हैं. ये प्रयागराज के साथ साथ पूरे देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करेगा. अकेले प्रयागराज कुंभ से अर्थव्यवस्था में 2 लाख करोड़ रुपए का ग्रोथ होने का अनुमान है.
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्र पुरी (Video Credit; ETV Bharat) महाकुंभ में पूरा विश्व एक घाेंसले में समाहित होगा :मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि महाकुंभ सांस्कृतिक एकता का ऐसा महायज्ञ है जो पूरब से पश्चिम तथा उत्तर से दक्षिण न केवल भारतवर्ष को बल्कि सम्पूर्ण विश्व को एक नीड़ (घोंसले) में लाकर स्थापित कर देता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यजुर्वेद में कहा गया है "यत्रविश्वं भवत्येक नीडम्" अर्थात जहां सम्पूर्ण विश्व एक घोंसले में आ जाता है, महाकुंभ उसी परिकल्पना का उत्कृष्ट उदाहरण है.
2017 से पहले की सरकारों ने आस्था का नहीं किया सम्मान :महाकुंभ नगर में डिजिटल मीडिया सेंटर का उद्घाटन करने के बाद कहा कि 2017 से पहले की सरकारों ने आस्था का सम्मान नहीं किया. हमने आस्था का सम्मान किया और आस्था कैसे अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाती है, प्रयागराज इसका उदाहरण बनने जा रहा है. उन्होंने पत्रकारों से अपील की कि हमने इस महाआयोजन को एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और आधुनिक महासमागम के रूप में प्रस्तुत करने की जो योजना बनाई है, उसे अपनी रिपोर्टिंग के माध्यम से पूरी दुनिया में प्रसारित करना होगा, ताकि न केवल प्रयागराज बल्कि उत्तर प्रदेश को दुनिया के बेहतरीन डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित किया जा सके. यह मान्यता प्रयागराज को पहले ही मिल जानी चाहिए थी, लेकिन आपकी रिपोर्टिंग आज प्रयागराज को उसका हक दिलाने में मददगार होगी. 2019 कुंभ को आपने आस्था के अद्भुत संगम के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत किया था. परिणाम था कि यूनेस्को ने प्रयागराज कुंभ को मानवता की अमूर्त विरासत की मान्यता प्रदान की .इस बार भी विश्व कल्याण का मार्ग यहां से प्रशस्त हो, इसके लिए यह मीडिया सेंटर आपको समर्पित किया जा रहा है.
यह महाकुंभ आज की पीढ़ी के लिए सौभाग्य की बात :उन्होंने कहा कि 12 वर्ष के बाद महाकुंभ का आयोजन हो रहा है और उसमें भी 144 वर्ष का वह शुभ मुहुर्त आया है जो सचमुच आज की पीढ़ी के लिए सौभाग्य की बात है. यह उनके लिए भी गौरव का क्षण है जो जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस आयोजन से जुड़े हैं. ये हमारा सौभाग्य है कि सनातन गर्व के प्रतीक महाकुंभ पर्व का आयोजन करने का डबल इंजन सरकार को अवसर प्राप्त हो रहा है.
विकास कार्य देंगे प्रयागराज को नई पहचान :मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 5500 करोड़ की स्थायी परियोजनाओं का लोकार्पण किया. यह स्थायी विकास के कार्य हैं, जो प्रयागराज को नई पहचान देने वाले हैं. पांच कॉरीडोर, प्रयागराज के छत्त्र कहे जाने वाले अक्षयवट का भव्य कॉरिडोर, भारद्वाज आश्रम कॉरीडोर, हनुमान मंदिर कॉरीडोर, प्रभु श्री राम और उनके सखा निषादराज की मिलन स्थली श्रृंगवेरपुर कॉरिडोर और सरस्वती कूप कॉरीडोर को प्रधानमंत्री जी ने लोकार्पित किया है. ब्रह्मा जी का यज्ञस्थल दशाश्वमेध घाट व मंदिर, नागवासुकि मंदिर या द्वादशमाधव के मंदिरों का जीर्णोद्धार, प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं के अनुभव को अविस्मरणीय बना देगा। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु वर्षों से पक्के घाट की प्रतीक्षा कर रहे थे, इस बार 12 किलोमीटर पक्के घाट बनाकर इस चिरप्रतीक्षित कार्य को पूरा कर दिया गया है.
रिकॉर्ड कम समय में हुई महाकुंभ का कार्य :सीएम ने कहा कि प्रयागराज के अंदर 2019 के कुंभ के दौरान भी इंफ्रास्ट्रक्चर का कार्य हुआ था. इस बार उससे भी दोगुना कार्य किया गया है. महाकुंभ के बहाने प्रयागराज का कायाकल्प हो रहा है. अत्यधिक बारिश के कारण हमें सिर्फ ढाई माह का समय मिला और उस दौरान तटों व नदी को व्यवस्थित करना, वहां कैंप लगाने, अस्थाई आश्रम स्थापित करके सुविधाएं प्रदान करना सुनिश्चित किया गया. इस मास्टर प्लान और लेआउट प्लान को जमीनी धरातल पर उतारने का कार्य इन ढाई महीने के अंदर मेला प्राधिकरण ने संपन्न कराया है.
पहले सरकारों ने कुंभ को गंदगी :इस दौरान सीएम योगी ने विपक्ष पर हमला भी बोला. उन्होंने कहा कि 2019 कुंभ के पहले कुछ लोग भारत की आस्था, उसके सम्मान की कोई कीमत नहीं समझते थे. उन लोगों ने कुंभ को गंदगी, अव्यवस्था और भगदड़ का पर्याय बनाया था. उनके लिए यह सबक होना चाहिए. कुंभ इस बार आस्था और आधुनिकता के महासमागम के साथ दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन से जुड़ने जा रहा है. दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आबादी इस महाआयोजन की साक्षी बनेगी. 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु यहां आएंगे. पीएम मोदी के मार्गदर्शन में 2019 का कुंभ स्वच्छता का प्रतिमान बना था.
550 शटल बसें चलाई गईं :संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो। इसके लिए 550 शटल बसें और इलेक्ट्रिक बसें भी उपलब्ध कराई गई हैं. कुंभ स्वच्छ और सुरक्षित भी रहे इसकी भी पुख्ता व्यवस्था की गई है. 56 थाने बनाए गए हैं. एक एक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. एंटी ड्रोन सिस्टम यहां स्थापित हो चुका है. पर्याप्त मात्रा में सीसीटीवी कैमरों का कवरेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में 13 अखाड़े स्थापित हो चुके हैं. दंडीबाड़ा, खाकचौक, आचार्यबाड़ा ये सभी व्यवस्थित रूप से यहां संचालित हो रहे हैं. प्रयागवाल भी अपनी व्यवसव्था को आगे बढ़ा रहा है। इस दौरान 25 से 30 लाख कल्पवासी भी अगले एक महीने तक प्रयागराज में रहेंगे. इस बार 6 प्रमुख स्नान में तीन परंपरागत रूप से शाही स्नान थे जिन्हें पूज्य संतों ने अमृत स्नान के रूप में मान्यता दी है. मौनी अमावस्या के दिन हमारा अनुमान है कि 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज आएंगे. बसंत पंचमी में भी हमारा अनुमान है कि 5-6 करोड़ श्रद्धालु स्नान करने आएंगे. मकर संक्रांति के अवसर पर भी भारी मात्रा में श्रद्धालु आने वाले हैं.
3 हजार से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलेंगी :सीएम ने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने 3 हजार से अधिक स्पेशल ट्रेनें दी हैं. यहां पर पहले से एयर कनेक्टिविटी के लिए 14 नई फ्लाइट्स जोड़ी गई हैं. 8 हजार से अधिक परिवहन की बसें श्रद्धालुओं को लाने के लिए लगाई गई हैं. 9 रेलवे स्टेशन हैं, जहां श्रद्धालुओं के लिए वेटिंग स्टेशन बनाए गए हैं जिसमें एक लाख लोगों के रुकने की व्यवस्था रहेगी. मोबाइल टिकट भी हर स्टेशन पर उपलब्ध होंगे. डिजिटल डिस्प्ले के माध्यम से सभी परिवहन स्थलों पर गाड़ियों के आने जाने की सूचना मिलेगी. इस अवसर पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव गृह एवं सूचना एवं जनसम्पर्क संजय प्रसाद व अन्य प्रमुख अधिकारीगण उपस्थित रहे.
मेला सुरक्षित, हमारे नागा साधु भी तैयार :मुख्यमंत्री से मिलने के बाद अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगर व्यवस्था में कोई कमी रह जाती है तो सीधे हमसे बात करें. आप मुझे फोन कर भी जानकारी दे सकते हैं. कमी तत्काल प्रभाव से दूर कराई जाएगी. मेला पूरी तरह से सुरक्षित हैं. हमारी पुलिस, सशस्त्र बल, इंटेलिजेंस यूनिट पूरी तरह से तैयार है. रवींद्र पुरी ने कहा कि नागा साधु भी किसी भी स्थिति से निपटने में पीछे नहीं हटेंगे. इतिहास गवाह है कि जब भी देश पर किसी भी प्रकार का संकट आया है तो नागा साधुओं ने देश और धर्म की रक्षा के लिए हथियार उठा हैं. अगर जरूरत पड़ी तो नागा साधु भी हथियारों से मोर्चा संभालेंगे. किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं है. श्रद्धालु आराम से आएं और संगम स्नान करें.
मुख्यमंत्री व्यवस्थाओं को लेकर चिंतित :रवींद्र पुरी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनसे मुलाकात की है. व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी है. मुख्यमंत्री खुद एक संन्यासी हैं, लिहाजा साधु संतों और कल्पवासियों की चिंता है. उनकी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से हो जाएं, इसका जायजा वह खुद ले रहे हैं. आज का दौरा भी इसी कड़ी का हिस्सा है. इस बार का महाकुंभ कई मायनों में विशेष है. न कभी ऐसा दिव्य और भव्य कुंभ हुआ है और न हो भविष्य में होगा. पूरी दुनिया की निगाह प्रयागराज के महाकुंभ पर है. 40 करोड़ श्रद्धालु मेले में स्नान को आयेंगे. ऐसे में मुख्यमंत्री कोई कर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. खुद महाकुंभ की व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं.
पहले स्नान पर्व तक सभी व्यवस्थाएं पूरी हो जाएंगी :अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि अभी साधु संत मेले में आ ही रहे हैं. अभी व्यवस्थाएं पूरी तरह से नहीं हो पाई हैं. 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा का स्नान है. इसके बाद व्यवस्थाओं में जो भी कमी आ रही है सब दूर हो जाएंगी. कुंभ क्षेत्र भगवा ही भगवामय हो जायेगा. बहुत कम समय में यह कार्य किया जा रहा है, लिहाजा आपको काम धीमा दिख रहा है. आतंकी धमकी के बारे में पूछे जाने पर रवींद्र पुरी ने कहा कि ये धमकी कुछ नहीं है. मेले में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम हैं. हमारी पुलिस और सुरक्षाबल पूरी तरह से मुस्तैद हैं. सिविल ड्रेस में भी पुलिस जगह जगह तैनात है. कहीं कोई डरने की बात नहीं है.
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