Biophilic Living : अगर कोविड-19 महामारी के बाद कोई चीज नाटकीय रूप से बदली है, तो वो है प्रकृति के बीच छुट्टियां मनाना और प्रकृति में समय बिताकर तरोताजा होना, चाहे वह पहाड़ों पर हो या समुद्र के किनारे. प्रकृति के करीब बिताए समय ने लोगों को घर पर रहते हुए भी प्राकृतिक तत्वों के करीब रहने के लिए मजबूर किया है. इस प्रकार, घर पर बायोफिलिक डिजाइन को समायोजित करने के विचार को गति मिली है. टीम3 की इंटीरियर डिजाइनर शुभ्रा दहिया कहती हैं, "यह दृष्टिकोण न केवल हरियाली के माध्यम से बल्कि प्राकृतिक प्रकाश और वेंटिलेशन का उपयोग करके प्रकृति के तत्वों को हमारे रहने की जगहों में एकीकृत करता है, जो अंततः बेहतर स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है."
प्रकृति को घर के अंदर लाने का सबसे सरल तरीका है घर के अंदर पौधे लगाकर बायोफिलिक डिजाइन को शामिल करना. शुभ्रा दहिया कहती हैं कि स्नेक प्लांट को बनाए रखना आसान है और यह ऑक्सीजन छोड़ते हुए कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य प्रदूषकों को अवशोषित करके हवा की गुणवत्ता में सक्रिय रूप से सुधार करता है.
Shubhra Dahiya कहती हैं "प्रकृति के लाभों को अधिकतम करने के लिए, इनडोर और आउटडोर स्थानों के बीच निर्बाध (सहज) संक्रमण बनाने पर विचार करें. सावधानीपूर्वक क्यूरेटेड परिदृश्यों से सजा हुआ लकड़ी का डेक - शायद आपके वातावरण के अनुरूप पानी से जुड़ी चीजें - एक विश्राम स्थल के रूप में काम कर सकता है."
जिनके पास सीमित बाहरी स्थान है, उनके लिए वर्टिकल गार्डन (दिवार पर हरियाली) एक बेहतरीन उपाय है. बालकनी या घर के अंदर भी ग्रीन वॉल लगाने से हवा की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ हरियाली का सौंदर्य भी बढ़ सकता है. अगर जगह की कमी है, तो सजावटी तत्व बायोफिलिया एहसास दिला सकते हैं. हरियाली पैटर्न वाले वॉलपेपर या छोटे इनडोर पौधे फर्नीचर के टुकड़ों और कोनों में जान डाल सकते हैं, जिससे बहुत ज्यादा जगह की जरूरत के बिना प्रकृति से जुड़ाव का एहसास होता है.