महाकुंभ 2025 शुरू होने में अब केवल कुछ ही दिन बाकी हैं. बता दें, 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन से इसकी शुरुआत होगी और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर स्नान से इसका समापन होगा. इस दौरान पुण्य लाभ की कामना लिए करोड़ों लोग इस पावन संगम में डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं. ऐसे में यदि आप भी महाकुंभ मेले में जाना चाहते हैं? तो आपके लिए एक खुशखबरी है. दरअसल, इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन ( IRCTC ) ने कुंभ मेले की यात्रा के लिए एक नए पर्यटन पैकेज महाकुंभ पुण्यक्षेत्र यात्रा' नाम से एक टूर पैकेज की घोषणा की है.
यदि आप भी कुंभ स्नान के साथ अयोध्या, प्रयागराज और वाराणसी घूमना चाहते हैं, तो आपको इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) का टूर पैकेज बुक करना होगा. इस पैकेज में आपके रहने का खाने का और घूमने का भी इंतजाम होगा. इस टूर पैकेज की कुल अवधि 7 रात और 8 दिन है. तीर्थयात्री इस ट्रेन में सिकंदराबाद, काजीपेट, वारंगल, खम्मम, विजयवाड़ा, एलुरु, राजमुंदरी, तुनी, दुव्वाडा, विजयनगरम स्टेशनों पर चढ़ सकते हैं. दौरा पूरा करने के बाद, आप संबंधित स्टॉप पर वापस आ सकते हैं. महाकुंभ मेले के साथ-साथ इस पैकेज में आपको वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज घूमने का भी मौका मिलेगा? यह यात्रा भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन से होगी. चलिए इस खबर में जानते हैं कि यह दौरा कब शुरू होगा? दौरे की लागत कितनी आएगी और ज्यादा जानकारी के लिए कौन सी साइट्स देखी जा सकती हैं...
बता दें, प्रत्येक व्यक्ति को महाकुंभ पुण्य क्षेत्र यात्रा के लिए कम से कम 22,635 रुपये (वयस्क के लिए और 5 से 11 वर्ष के बच्चे के लिए 21,740 रुपये) का भुगतान करना होगा, जिसमें ट्रेन, बस और होटल का किराया, गाइड या एस्कॉर्ट और बीमा शामिल हैं.
यात्रा सूचना:
पहला दिन: भारत गौरव पर्यटक ट्रेन पहले दिन दोपहर 12 बजे सिकंदराबाद, हैदराबाद से रवाना होगी. आप काजीपेट, वारंगल, खम्मम, विजयवाड़ा, एलुरु, राजमुंदरी से भी ट्रेन पकड़ सकते हैं.
दूसरा और तीसरा दिन:दूसरे दिन ट्रेन तुनी, दुव्वाडा, पेंडुर्थी, विजयनगरम होते हुए यात्रा करेगी और तीसरे दिन दोपहर में सभी यात्री वाराणसी पहुंचेंगे. वहां से सभी होटल जाएंगे, चेक-इन करने के बाद और फ्रेश होकर सभी यात्रीगण शाम को वाराणसी में गंगा आरती देखेंगे और रात को होटल में रुकेंगे.
दिन 4: चौथे दिन नाश्ते के बाद, प्रयागराज के लिए रवाना होंगे, वहां, होटल में चेक-इन करने के बाद सभी दोपहर का भोजन करेंगे, फिर कुंभ मेले के लिए रवाना होंगे. सभा को पूरा दिन वहीं रहना होगा. उस रात्रि विश्राम की व्यवस्था प्रयागराज के टेंट सिटी में की जाएगी.