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रतन टाटा से लेकर जाकिर हुसैन तक, 2024 में कई दिग्गजों ने दुनिया को कहा अलविदा - YEAR ENDER 2024

जानें टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा से लेकर तबला वादक जाकिर हुसैन तक, कई मशहूर हस्तियों ने 2024 में दुनिया को अलविदा कह दिया...

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श्याम बेनेगल, रतन टाटा, और जाकिर हुसैन (ETV Bharat)

By ETV Bharat Lifestyle Team

Published : 24 hours ago

Updated : 23 hours ago

Year Ender 2024:कुछ ही दिनों में हम साल 2024 को अलविदा कहने वाले हैं और नये साल 2025 का स्वागत करने जा रहे हैं. हालांकि, साल 2024 में हमने कई महान लोगों को खो दिया. यह साल भारतीय मनोरंजन, संगीत, राजनीतिक और सांस्कृतिक परिदृश्य के लिए कठिन रहा है. साल 2024 में दुनिया की कई बड़ी हस्तियों ने हमें अलविदा कहा है जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ी है. कला, संस्कृति और समाज में उनके योगदान को आने वाले वर्षों तक याद किया जाएगा...

बता दें, इस साल (2024) में उद्योगपति रतन टाटा, ऋतुराज सिंह, निर्देशक श्याम बेनेगल, हॉलीवुड से मैगी स्मिथ, संगीत उद्योग से पंकज उदास समेत कई सेलेब्रिटी दुनिया को अलविदा कह गए.

इस खबर में उन महान लोगों के बारे में थोड़ी जानकारी दी गई है, जिन्होंने 2024 में हमारा साथ छोड़ गए...

श्याम बेनेगल

प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और पटकथा लेखक श्याम बेनेगल समानांतर सिनेमा में अपने अग्रणी योगदान के लिए जाने जाते थे. उनका जन्म 14 दिसंबर 1934 को हुआ था और 23 दिसंबर 2024 को 90 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई. वह विचारोत्तेजक फिल्में बनाने के लिए जाने जाते थे, जो सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक विषयों को यथार्थवाद और गहराई के साथ प्रस्तुत करती थीं. उनकी प्रशंसित कृतियों में अंकुर, निशांत और मंथन शामिल हैं, जो भारतीय समाज में निहित कहानी कहने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं. अपने शानदार करियर के दौरान, बेनेगल को पद्म भूषण और कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों सहित अनेक पुरस्कार प्राप्त हुए, जिससे भारतीय सिनेमा में उनकी विरासत और मजबूत हुई.

जाकिर हुसैन
विश्व प्रसिद्ध तबला वादक, संगीतकार और तालवादक जाकिर हुसैन को उनकी अद्वितीय कलात्मकता और भारतीय शास्त्रीय एवं फ्यूजन संगीत में योगदान के लिए याद किया गया. 9 मार्च 1951 को जन्मे वे प्रसिद्ध तबला वादक अल्लाह रक्खा के पुत्र हैं. हुसैन का 15 दिसंबर, 2024 को निधन हो जाने के बावजूद, फ्यूजन समूह के पास वैश्विक संगीत आइकन सहित शैलियों और कलाकारों के साथ एक पावरहाउस और सहयोग था. चार ग्रैमी पुरस्कार, पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण सहित अनेक पुरस्कारों से सम्मानित हुसैन अगली पीढ़ी को प्रेरित करते रहते हैं.

रोहित बल

भारतीय फैशन उद्योग अपने सबसे शानदार डिजाइनरों में से एक रोहित बल का निधन 1 नवंबर, 2024 को 63 वर्ष की आयु में निधन हो गया. बल के निधन से एक ऐसे युग का अंत हो गया है, जिसकी विशेषता उनके अभिनव डिजाइन थे, जिन्होंने पारंपरिक भारतीय सौंदर्यशास्त्र को समकालीन फैशन के साथ सहजता से मिश्रित किया. उनके योगदान ने वैश्विक फैशन परिदृश्य पर एक अमिट छाप छोड़ी है.प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर रोहित बल अपने शानदार डिजाइनों के लिए जाने जाते थे, जिनमें पारंपरिक शिल्प कौशल और आधुनिक लालित्य का संयोजन होता था.

बाल ने 1986 में अपने भाई के साथ ऑर्किड ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड की सह-स्थापना करके अपने करियर की शुरुआत की. 1990 में, उन्होंने अपना पहला स्वतंत्र संग्रह लॉन्च किया, जो फैशन की दुनिया में उनके प्रवेश को चिह्नित करता है. जटिल कढ़ाई और समृद्ध कपड़ों की विशेषता वाले उनके डिजाइनों ने भारतीय इतिहास, पौराणिक कथाओं और लोककथाओं से प्रेरणा ली. बाल के काम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा मिली, जिसमें उमा थुरमन, सिंडी क्रॉफर्ड और नाओमी कैंपबेल जैसी मशहूर हस्तियां शामिल थीं.

रतन टाटा
टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा का उम्र संबंधी जटिलताओं के कारण 9 अक्टूबर, 2024 को 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया. रतन टाटा ने 1991-2002 के बीच दो दशकों से अधिक समय तक टाटा समूह का नेतृत्व किया. उन्होंने 2016 में कुछ समय के लिए टाटा समूह का नेतृत्व किया. उनके नेतृत्व में कंपनी का विश्व स्तर पर विस्तार हुआ. टाटा को उनकी सेवाओं के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण शामिल हैं.

पंकज उधास
वेटरन गजल गायक पंकज उधास का 26 फरवरी 2024 को बीमारी के चलते निधन हो गया था. बता दें, पंकज उधास का जन्म गुजरात के जेतपुर में 17 मई 1951 को हुआ था. पंकज के पास वॉकल, हार्मोनियम, गिटार, पियानो, वायलिन और तबला बजाने का शानदार हुनर था. संगीत के क्षेत्र में वह साल 1980 से एक्टिव थे. उन्होंने ईएमआई और टी-सीरीज जैसे म्यूजिक लेबल के साथ सबसे ज्यादा काम किया. साल 2006 में पंकज उधास को गजल गायकी के क्षेत्र में उनके शानदार योगदान के लिए पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया था. साल 2006 में उन्होंने अपनी गजल गायकी के 25 साल पूरे किए थे.

तुराज सिंह
टेलीविजन, फिल्मों और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपने प्रभावशाली अभिनय के लिए जाने जाने वाले बहुमुखी अभिनेता, ऋतुराज सिंह का करियर दशकों से फैला हुआ था. उन्हें बनेगी अपनी बात और हिटलर दीदी जैसे लोकप्रिय टीवी शो के जरिए पहचान मिली. सिंह ने पिंक जैसी फिल्मों और मेड इन हेवन, इंडियन पुलिस फ़ोर्स, बंदिश बैंडिट्स और अनुपमा जैसी वेब सीरीज में अपनी भूमिकाओं से भी दर्शकों को प्रभावित किया. अपने सूक्ष्म अभिनय और जटिल किरदारों को निभाने की क्षमता के लिए जाने जाने वाले, वे 20 फरवरी को 59 वर्ष की आयु में निधन के बाद भी मनोरंजन उद्योग में एक सम्मानित और प्रशंसित व्यक्ति बने हुए हैं.

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Last Updated : 23 hours ago

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