दिल्ली

delhi

ETV Bharat / international

कौन है फरहाद शकेरी, जिस पर ट्रंप की हत्या की साजिश का लगा आरोप

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की असफल योजना के आरोपी के खिलाफ शिकंजा कसता जा रहा है.

Donald Trump
नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (ANI)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 9, 2024, 2:33 PM IST

वाशिंटन:अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश के मामले में आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल होने के बाद सनसनी फैल गई है. हर कोई जानना चाहता है कि वह कौन शख्स है जो दुनियां के सबसे शक्तिशाली देश के बड़े नेता को मारने की साजिश रच रहा था.

अमेरिका की जांच एजेंसी के अनुसार 2008 में अमेरिका से निर्वासित अफगान नागरिक फरहाद शकेरी पर डोनाल्ड ट्रंप की हत्या के लिए ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स की ओर से साजिश रचने का आरोप है.

51 वर्षीय इस व्यक्ति ने कथित तौर पर ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) के साथ मिलकर हत्या के लिए पैसे जुटाने की साजिश रची थी. 8 नवंबर को शकेरी और दो अन्य लोगों पर न्यूयॉर्क में ईरानी मूल के एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश में कथित संलिप्तता के लिए आपराधिक शिकायत दर्ज की गई थी. दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया था जबकि शकेरी अभी भी फरार है और माना जाता है कि वह ईरान में है.

एक आपराधिक शिकायत के अनुसार सितंबर 2024 में शकेरी को ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के एक अधिकारी द्वारा डोनाल्ड ट्रंप की हत्या पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया गया था. यह निर्देश तब दिया गया जब शकेरी पहले से ही ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स की ओर से कई ऑपरेशनों में शामिल था. इसमें समूह के एजेंडे का समर्थन करने के लिए अपने आपराधिक नेटवर्क का उपयोग किया गया था.

शकेरी ने एफबीआई को बताया कि वह निर्धारित समय सीमा के भीतर कोई योजना प्रस्तावित करने का इरादा नहीं रखता था. अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा, 'शकेरी ने कानून प्रवर्तन को सूचित किया है कि उसे 7 अक्टूबर, 2024 को राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड जे. ट्रम्प को मारने की योजना प्रदान करने का काम सौंपा गया था. साक्षात्कार के दौरान, शकेरी ने दावा किया कि उसका ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर ट्रम्प को मारने की योजना का प्रस्ताव करने का इरादा नहीं था.

शकेरी को न्यूयॉर्क में दो यहूदी अमेरिकी नागरिकों पर नजर रखने का काम भी सौंपा गया था और आईआरजीसी के एक अधिकारी ने उनमें से किसी एक की हत्या के लिए उसे 500,000 डॉलर की पेशकश की थी. इसके अलावा, उसे श्रीलंका में इजराइली पर्यटकों को निशाना बनाने का निर्देश दिया गया था.

जाने फरहाद शकेरी का इतिहास

तेहरान में स्थित ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के एक सदस्य शकेरी बचपन में ही अमेरिका चले गए थे. डकैती के आरोप में 14 साल की सजा काटने के बाद उन्हें 2008 में निर्वासित कर दिया गया था.

हाल के महीनों में शकेरी ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स की सहायता के लिए अमेरिकी जेलों में मिले आपराधिक सहयोगियों के एक नेटवर्क का लाभ उठाने में शामिल रहा है. उसे 2008 में निर्वासित कर दिया गया था लेकिन उसकी पैरोल निगरानी 2015 तक जारी रही.

2019 में उसे बड़ी मात्रा में हेरोइन की जब्ती के सिलसिले में श्रीलंका में हिरासत में लिया गया था. इससे उसके नेटवर्क से जुड़ी कथित आपराधिक गतिविधियों सामने आई. शकेरी पर कई आरोप हैं जिसमें एक विदेशी आतंकवादी संगठन को भौतिक सहायता प्रदान करने की साजिश रचने का आरोप भी शामिल है.

इसके लिए उसे 20 साल तक की जेल हो सकती है. उस पर उसी संगठन को भौतिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्ति अधिनियम के तहत ईरानी सरकार के खिलाफ प्रतिबंधों का उल्लंघन करने की साजिश रचने का भी आरोप है. इनमें से प्रत्येक के लिए संभावित रूप से 20 साल की जेल की सजा हो सकती है.

ये भी पढ़ें-अमेरिका: ईरान पर ट्रंप की हत्या की कोशिश कराने का आरोप, शूटरों की मदद से रची साजिश

ABOUT THE AUTHOR

...view details