बीजिंग : चीन ने ताइवान को हथियार बेचने की वजह से 10 अमेरिकी कंपनियों को अविश्वसनीय संस्थाओं की सूची में शामिल किया गया है. चीनी वाणिज्य मंत्रालय (एमओसी) ने गुरुवार को यह जानकारी दी. मंत्रालय की घोषणा के अनुसार, इन कंपनियों में लॉकहीड मार्टिन मिसाइल्स एंड फायर कंट्रोल, लॉकहीड मार्टिन एयरोनॉटिक्स और लॉकहीड मार्टिन मिसाइल सिस्टम इंटीग्रेशन लैब शामिल हैं.
एमओसी ने कहा कि इन कंपनियों को चीन से संबंधित आयात या निर्यात गतिविधियों में शामिल होने से प्रतिबंधित किया जाएगा और चीन में नए निवेश करने से भी रोका जाएगा. घोषणा के अनुसार, इन कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों को चीन में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा, उनके कार्य परमिट और विजिटर या रेजिडेंसी स्टेट्स को रद्द कर दिया जाएगा, और उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए किसी भी संबंधित आवेदन को मंजूरी नहीं दी जाएगी.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, एमओसी ने कहा कि यह कंपनियां चीन के कड़े विरोध के बावजूद हाल के वर्षों में ताइवान क्षेत्र में हथियारों की बिक्री में लगी हुई हैं और सैन्य टेक्नोलॉजी को लेकर तथाकथित सहयोग कर रही हैं.
मंत्रालय ने कहा कि उनके कामों ने चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को गंभीर रूप से कमजोर किया है. साथ ही एक-चीन सिद्धांत और तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का गंभीर उल्लंघन किया है. इसके अलावा ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को गंभीर रूप से कमजोर किया है. बयान में यह भी कहा गया कि इन कंपनियों को कानूनी रूप से जवाबदेह ठहराया जाएगा.
मंत्रालय ने कहा कि चीनी सरकार हमेशा विदेशी कंपनियों को चीन में निवेश करने और अपने कारोबार का विस्तार करने के लिए स्वागत करेगी, और चीन में कानून का पालन करने वाली कंपनियों के लिए एक स्थिर, निष्पक्ष और अनुमानित कारोबारी माहौल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. बता दें बीजिंग ताइवान को अपना हिस्सा मानता है. उसका मानना अगर जरूरी हुआ तो इसे बलपूर्वक मुख्य भूमि के साथ फिर से जोड़ा जा सकता है.
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