नई दिल्ली:हाल ही में गाजा की सुरंग में मिले इजराइली बंधकों की लाशों को लेकर एक बार फिर इजराइल और हमास आतंकियों में ठन गई है और युद्धविराम पर संकट छा गया है. हालांकि, अमेरिका पूरी कोशिश कर रहा है कि वह किसी भी तरह से हमास और इजराइल के बीच बीच समझौता करवा दे. इस बीच इजराइल में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं और लोग बेंजामिन नेतन्याहू का जमकर विरोध कर रहे है.
ऐसे में यहूदी देश के लिए बंधकों की रिहाई, गाजा से आईडीएफ की वापसी के साथ-साथ फिलाडेल्फिया गलियारा भी बहुत अहम है. हालांकि, हमास चाहता है कि इजराइली सेना फिलाडेल्फिया छोड़ दे, जबकि बेंजामिन नेतन्याहू किसी भी कीमत पर इसे न छोड़ने पर अडिग थे.
हालांकि, अब नेतन्याहू के तेवर ढीले पड़ गए हैं. उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह फिलाडेल्फिया गलियारा से सेना को वापस बुला लेंगे. अब सवाल यह कि फिलाडेल्फिया कॉरिडर कहा हैं और यहां ऐसा क्या है, जिसके लिए दोनों पक्ष अडिग हैं और इस पर अपना कब्जा चाहते हैं.
फिलाडेल्फिया कॉरिडोर कहां है?
बता दें कि फिलाडेल्फिया कॉरिडोर एक संकरी भूमि पट्टी का इजराइली कोड नाम है. इसकी लंबाई 14 किमी है. यह गाजा पट्टी और मिस्र के बीच की सीमा पर स्थित है. 2005 में हुए एक एग्रीमेंट के तहत यहां मिस्र को सीमा पर गश्त करने के लिए सीमा रक्षकों को तैनात करने का अधिकार मिला था.
फिलाडेल्फिया कॉरिडोर का रणनीतिक महत्व क्या है?
यह कॉरिडोर मिस्र और गाजा के बीच माल, लोगों और हथियारों की आवाजाही को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता है. इसके चलते यह इजराइल और हमास दोनों के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं और दोनों यहां अपना-अपना कंट्रोल चाहते हैं.