हैदराबाद:इजराइल और हमास के बीच बीते छह महीने से गाजा में युद्ध जारी है. फिलिस्तीन समूह हमास से संघर्ष के साथ-साथ इजराइल को ईरान और लेबनान की ओर से होने वाले हमलों से भी अपनी सुरक्षा कर रहा है. इजराइल ने रविवार को ईरान की तरह से छोड़े गए कई ड्रोन और मिसाइल को हवा में रोक कर नष्ट कर दिया.
ईरान के हमलों को नाकाम करने में इजराइल के डिफेंस सिस्टम 'आयरन डोम' की महत्वपूर्ण है. इसे इजराइल का सुरक्षा कवच कहा जाता है. आयरन डोम एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम दुश्मन देश के मिसाइल, रॉकेट और ड्रोन हमलों से सुरक्षा करता है.
आयरन डोम सिस्टम- फोटो-आईएएनएस पिछले साल अक्तूबर में हमास और उसके सहयोगी सगंठनों ने इजराइल पर एक साथ 15,00 से अधिक रॉकेट से हमला किया था. लेकिन आयरन डोम ने इनमें से ज्यादातर रॉकेट को हवा में ही नष्ट कर दिया था. उस समय भी आयरन डोम काफी चर्चा में था.
आयरन डोम सिस्टम क्या है...कैसे काम करता है
इजराइल ने वर्ष 2006 में लेबनानी आतंकी समूह हिजबुल्ला के रॉकेट हमलों के बाद मिसाइल डिफेंस सिस्टम विकसित करने पर काम शुरू किया था. रक्षा कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम को इसे विकसित करने की जिम्मेदारी दी गई थी. इजराइल वर्ष 2011 से आयरन डोम सिस्टम का इस्तेमाल कर रहा है. इजराइल ने दावा किया था कि यह दुनिया का सबसे आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम है और यह काफी सफल साबित हुआ है.
आयरन डोम सिस्टम- फोटो-आईएएनएस कैसे काम करता है सिस्टम
आयरन डोम मुख्य रूप से तीन स्तर पर काम करता है. इसमें रडार, लॉन्चर और कमांड पोस्ट शामिल हैं. आयरन डोम रडार के जरिये किसी भी खतरे की पहचान करता है. आसमान से खतरा होने की स्थिति में लॉन्चर से जवाबी मिसाइल हमला कर देता है और संदिग्ध वस्तु को हवा में इंटरसेप्ट कर उसे नष्ट कर देता है. तीसरा हिस्सा कमांड पोस्ट इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी करता है. रिपोर्ट के अनुसार, आयरन डोम में तामीर मिसाइल का इस्तेमाल किया जाता है.
आयरन डोम सिस्टम- फोटो-आईएएनएस ड्रोन हमलों के मद्देनजर किया अपग्रेड
मानव रहित ड्रोन हमलों का खतरा बढ़ने के बाद इजराइल ने 2021 में आयरन डोम सिस्टम को अपग्रेड करने की जानकारी दी थी. इसके बाद यह मिसाइल सेल्वो के हमलों को रोकने में सक्षम है.
काफी महंगा डिफेंस सिस्टम
आयरन डोम दुनिया का काफी महंगा एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम है. इजराइल ने इस लाखों डॉलर खर्च विकसित किया है. इजराइली मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आयरन डोम में प्रयोग होने वाले प्रत्येक इंटरसेप्टर बनाने में लगभग 1.5 लाख डॉलर की लागत आती है. शुरुआत में इसे तैयार करने के लिए अमेरिका ने इजराइल को 20 करोड़ डॉलर मदद के तौर पर दिए थे.
क्या पूरी तरह से मिसाइल प्रूफ है आयरन डोम
इजराइल की अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए इसे वरदान मानता है. नहीं तो हमास के रॉकेट हमलों में बड़ी संख्या में नागरिकों की जानें जा सकती हैं. हालांकि, इस सिस्ट में भी कुछ खामियां हैं. रक्षा जानकारों के मुताबिक, पिछले इजराइल-गाजा युद्ध में आयरम डोम की एक बैटरी खराब हो गई थी, जिस पर इजराइल के अश्कलोन शहर की रक्षा की जिम्मेदारी थी. वहीं, कुछ रक्षा जानकारों का कहना है कि भविष्य में यह सिस्टम में गाजा के अलावा किसी दूसरे दुश्मन देश के हमलों के खिलाफ कारगर साबित न हो.
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