वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में 200 से अधिक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी किए. उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद कई एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए. यह उनके दूसरे कार्यकाल की शुरुआत है.
अपने वादे के अनुसार उन्होंने इमिग्रेशन, जलवायु से लेकर क्षमादान तक हर चीज पर कई कार्यकारी आदेश या एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी किए. इसके साथ ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में लौटने के कुछ ही घंटों में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की 78 नीतियों को रद्द कर दिया.
क्या होता है एग्जीक्यूटिव ऑर्डर?
एग्जीक्यूटिव ऑर्ड संघीय सरकार चलाने में राष्ट्रपति के एजेंडे को रेखांकित करने वाले औपचारिक लिखित कथन होते हैं. इनमें संघीय एजेंसियों के लिए निर्देश या स्पेसिफिक रिपोर्ट के लिए अनुरोध शामिल हो सकते हैं. इसके लिए कांग्रेस की मंजूरी की जरूरत नहीं होती है.
इसके नया राष्ट्रपति अक्सर अपने पूर्ववर्तियों के आदेशों को रद्द करने के आदेश जारी कर सकता है. अमेरिकन बार एसोसिएशन (ABA) के अनुसार अमेरिकी संविधान का अनुच्छेद II राष्ट्रपति को एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी करने की शक्ति देता है.
एबीए ने कहा, "केवल मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति ही एग्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी करके मौजूदा एग्जीक्यूटिव ऑर्डर को पलट सकता है." एसोसिएशन के अनुसार इन आदेशों को कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता नहीं है और सांसदों द्वारा सीधे पलटा नहीं जा सकता है. हालांकि, कांग्रेस फंडिंग में कटौती करके या अन्य बाधाएं लगाकर किसी आदेश को लागू होने से रोक सकती है.