हैदराबाद: इजराइली वायुसेना की 69वीं स्क्वॉड्रन ने शुक्रवार 27 सितंबर को लेबनान की राजधानी बेरूत में मौजूद हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर लगभग 80-85 बंकर बस्टर बम गिराए. इनमें से कुछ बम GBU-72 फैमिली के थे, जबकि कुछ MK-84 सीरीज के बम थे. इन बमों की खासियत यह है कि जमीन के अंदर घुसकर धमाका करते हैं.
इतना ही नहीं अगर इन्हें किसी इमारत या किसी बंकर पर गिराया जाए तो भी तबाही में कमी नहीं आती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने इन बमों को जिस इमारत पर गिराया, उसमें हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह मौजूद था. यह बम कितना खतरनाक है और कितनी तबाही मचा सकता है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं, जहां यह गिरा है, वहां 30 फीट गहरा गड्ढा हो गया है.
GBU-72 की खासियत
जीबीयू-72 बंकर बस्टर बम स्टील, कॉन्क्रीट की मोटी दीवारों को तोड़कर 30 से 60 फीट की गहराई तक हमला कर सकते हैं. 2268 किलोग्राम वजनी GBU-72 अत्याधुनिक गाइडेड बम है. इसको तहखाना, बंकर और सुरंगों को उड़ाने के लिए ही बनाया गया है. यह बम पहले जमीन में छेद करता है और फिर कुछ फीट अंदर जाकर फट जाता है.
कैसे काम करता है GBU-72 बम
बंकर बस्टर बम बेहद पावरफुल माना जाता. यह बम इतना घातक होता कि फटने के बाद ये जमीन में गड्ढा कर देता है. इस तरह के बम का सबसे ज्यादा इस्तेमाल वियतनाम युद्ध में हुआ था.