वाशिंगटन :पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आव्रजन पर अपने रुख को नरम करते हुए अमेरिकी कॉलेजों से स्नातक करने वाले विदेशी छात्रों को ऑटोमेटिक ग्रीन कार्ड देने का वादा किया है. उनका मानना है कि भारत और चीन जैसे अपने गृह देशों में लौटने वाले छात्रों को रोका जा सकेगा. ट्रंप ने अप्रवासी-विरोधी बयानबाजी से दूरी नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले बनाई है, जिसमें अप्रवासन और अवैध अप्रवासियों का निर्वासन मतदाताओं के लिए प्रमुख मुद्दों में से एक है. हालांकि, ट्रंप ने हमेशा योग्यता-आधारित कानूनी आव्रजन प्रणाली का समर्थन किया है.
इस बारे में 78 वर्षीय ट्रंप ने ऑल इन पॉडकास्ट में कहा कि मैं जो करना चाहता हूं और जो करूंगा, वह यह है कि आप कॉलेज से स्नातक हों. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि आपको अपने डिप्लोमा के हिस्से के रूप में इस देश में रहने के लिए ग्रीन कार्ड स्वतः ही ग्रीन कार्ड मिल जाना चाहिए. बता दें कि ग्रीन कार्ड, जिसे आधिकारिक तौर पर स्थायी निवासी कार्ड के रूप में जाना जाता है. यह एक पहचान दस्तावेज है जो दर्शाता है कि व्यक्ति संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थायी रूप से निवास करता है.
पॉडकास्ट का संचालन चार उद्यम पूंजीपतियों द्वारा किया गया. इसमें शामिल चमथ पालीहापितिया, जेसन कैलाकानिस, डेविड सैक्स और डेविड फ्रीडबर्ग में से तीन अप्रवासी हैं. ट्रंप की यह टिप्पणी उस समय आई जब कैलाकैनिस ने उन पर दबाव डाला कि वे हमसे वादा करें कि आप हमें दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ और प्रतिभाशाली लोगों को अमेरिका में आयात करने की अधिक क्षमता प्रदान करेंगे. रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार ट्रंप ने उन घटनाओं पर भी दुख जताया, जिनमें लोग किसी शीर्ष कॉलेज या कॉलेज से स्नातक हुए थे और वे यहां रहना चाहते थे, उनके पास कंपनी के लिए एक योजना थी, एक अवधारणा थी, लेकिन वे चीन वापस चले गए.