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चुनाव से पहले ट्रंप का विदेशी छात्रों से बड़ा वादा, दिलाएंगे ऑटोमेटिक ग्रीन कार्ड - automatic green cards

Former US President Donald Trump, अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विदेशी छात्रों को ऑटोमेटिक ग्रीन कार्ड देने का वादा किया है. बता दें कि ग्रीन कार्ड को अमेरिका में एक पहचान दस्तावेज माना जाता है, साथ ही इसे आधिकारिक तौर पर स्थायी निवासी कार्ड माना जाता है.

Former US President Donald Trump
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (AP)

By PTI

Published : Jun 22, 2024, 6:47 PM IST

वाशिंगटन :पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आव्रजन पर अपने रुख को नरम करते हुए अमेरिकी कॉलेजों से स्नातक करने वाले विदेशी छात्रों को ऑटोमेटिक ग्रीन कार्ड देने का वादा किया है. उनका मानना है कि भारत और चीन जैसे अपने गृह देशों में लौटने वाले छात्रों को रोका जा सकेगा. ट्रंप ने अप्रवासी-विरोधी बयानबाजी से दूरी नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले बनाई है, जिसमें अप्रवासन और अवैध अप्रवासियों का निर्वासन मतदाताओं के लिए प्रमुख मुद्दों में से एक है. हालांकि, ट्रंप ने हमेशा योग्यता-आधारित कानूनी आव्रजन प्रणाली का समर्थन किया है.

इस बारे में 78 वर्षीय ट्रंप ने ऑल इन पॉडकास्ट में कहा कि मैं जो करना चाहता हूं और जो करूंगा, वह यह है कि आप कॉलेज से स्नातक हों. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि आपको अपने डिप्लोमा के हिस्से के रूप में इस देश में रहने के लिए ग्रीन कार्ड स्वतः ही ग्रीन कार्ड मिल जाना चाहिए. बता दें कि ग्रीन कार्ड, जिसे आधिकारिक तौर पर स्थायी निवासी कार्ड के रूप में जाना जाता है. यह एक पहचान दस्तावेज है जो दर्शाता है कि व्यक्ति संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थायी रूप से निवास करता है.

पॉडकास्ट का संचालन चार उद्यम पूंजीपतियों द्वारा किया गया. इसमें शामिल चमथ पालीहापितिया, जेसन कैलाकानिस, डेविड सैक्स और डेविड फ्रीडबर्ग में से तीन अप्रवासी हैं. ट्रंप की यह टिप्पणी उस समय आई जब कैलाकैनिस ने उन पर दबाव डाला कि वे हमसे वादा करें कि आप हमें दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ और प्रतिभाशाली लोगों को अमेरिका में आयात करने की अधिक क्षमता प्रदान करेंगे. रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार ट्रंप ने उन घटनाओं पर भी दुख जताया, जिनमें लोग किसी शीर्ष कॉलेज या कॉलेज से स्नातक हुए थे और वे यहां रहना चाहते थे, उनके पास कंपनी के लिए एक योजना थी, एक अवधारणा थी, लेकिन वे चीन वापस चले गए.

उन्होंने कहा कि और वे हजारों-हजारों लोगों को रोजगार देकर अरबपति बन गए, और यह काम यहां भी किया जा सकता था. ट्रंप ने जवाब में कहा कि मैं आपको बस इतना बता दूं कि यह बहुत दुखद है जब हम हार्वर्ड, एमआईटी, महानतम स्कूलों और छोटे स्कूलों से लोगों को खो देते हैं जो अभूतपूर्व स्कूल हैं और जो मैं करना चाहता था, और मैंने यह किया भी होता, लेकिन फिर हमें कोविड समस्या का समाधान करना पड़ा. ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल की नीति को दोहराया, जिसमें विदेशी छात्रों को एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) क्षेत्र में उच्च शिक्षा संस्थान से डिग्री प्राप्त करने के बाद ग्रीन कार्ड दिया जाना शामिल था.

ट्रंप ने कहा कि कोई भी व्यक्ति कॉलेज से स्नातक होता है, आप वहां दो या चार साल के लिए जाते हैं. यदि आप कॉलेज से स्नातक होते हैं या डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त करते हैं, तो आपको इस देश में रहने में सक्षम होना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि हम प्रतिभाशाली लोगों को, कॉलेज से स्नातक करने वाले लोगों को, सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों से अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले लोगों को, मजबूर करते हैं कि आप इन लोगों को भर्ती करें और उन्हें बनाए रखें. कोई व्यक्ति अपनी कक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करके स्नातक होता है, लेकिन वह कंपनी के साथ कोई सौदा भी नहीं कर पाता, क्योंकि उसे नहीं लगता कि वह देश में रह पाएगा. ट्रंप ने घोषणा की कि यह पहले दिन ही समाप्त हो जाएगा.

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