हैदराबादःभारत से बड़ी संख्या में लोग हर साल बेहतर अवसर की तलाश में गैरकानूनी तरीके से अमेरिका का रुख करते हैं. आंकड़ों के अनुसार, अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने में भारतीयों की संख्या अन्य देशों के मुकाबले तेजी से बढ़ रहा है. डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध अप्रवास को अपने राष्ट्रपति चुनाव अभियान का प्रमुख मुद्दा बनाया था. अब राष्ट्रपति बनने के बाद वह इसे रोकने के लिए लगातार कठोर कदम उठा रहे हैं. यहां, हम आपको बताने जा रहे हैं कि भारतीय कैसे अमेरिका में अवैध प्रवेश करते हैं और कितना खतरनाक होता है यह सफर.
क्या कहते हैं आंकड़ेः प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार 2022 तक करीब 7 लाख 25 हजार भारतीय अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे थे. भारत, मैक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद अवैध रुप से प्रवास करने मामले में तीसरे स्थान पर है. 2019 के बाद से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश करने वाले भारतीयों की संख्या में पांच गुना वृद्धि देखी गई है. सीमा पार करने की कोशिश करते समय बड़ी संख्या में लोगों की मौत भी होती है, इसके बाद भी बड़ी संख्या में लोग अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश करते रहते हैं.
अवैध प्रवासियों में भारतीयों का पांचवा स्थानः अवैध अप्रवासी मुख्य रूप से अमेरिका के कैलिफोर्निया, टेक्सास, फ्लोरिडा, न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी राज्यों में पाए जाते हैं. यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (यूएससीबीपी) के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी सीमा से अमेरिका में प्रवेश करने वाले अवैध प्रवासियों में भारतीयों का पांचवा स्थान हैं. नवंबर 2024 में बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर 2020 से यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (सीबीपी) अधिकारियों ने उत्तरी और दक्षिणी भूमि सीमाओं पर अनधिकृत क्रॉसिंग का प्रयास करने वाले लगभग 1 लाख 70 हजार भारतीय प्रवासियों को हिरासत में लिया था.
प्रति घंटे 10 भारतीयों को गिरफ्तार कियाः यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (यूएस-सीबीपी) के आंकड़ों के अनुसार 1 अक्टूबर 2023 और 30 सितंबर 2024 के बीच, मैक्सिको और कनाडा के मार्गों से संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे 29 लाख लोगों को गिरफ्तार किया गया. उनमें से 90,415 भारतीय नागरिक थे. यानी इस अवधि के दौरान औसतन प्रति घंटे 10 भारतीयों को गिरफ्तार किया गया. आईसीई के अनुसार अमेरिका में अवैध अप्रवासियों वाले 208 देशों की सूची में भारत 13वें स्थान पर है, जो होंडुरास और ग्वाटेमाला जैसे देशों के बाद दूसरे स्थान पर है.
अमेरिका में कुल अवैध अप्रवासी:आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में 11 से 14 मिलियन अवैध अप्रवासी अमेरिका में हैं. हालांकि ट्रंप ने दावा किया है कि यह संख्या 20 से 25 मिलियन के करीब है. ट्रंप, जिन्होंने अवैध अप्रवास को अपने प्रमुख अभियान मुद्दों में से एक बनाया ने इसे प्राथमिकता के रूप में लिया है. ट्रंप प्रशासन ने आपराधिक रिकॉर्ड वाले 655,000 व्यक्तियों और 1.4 मिलियन लोगों को निर्वासित करने को प्राथमिकता दी है, जिन्हें पहले ही निर्वासन आदेश मिल चुका है.
अमेरिका में कैसे होती है मानव तस्करीः
- संगठित तस्करी नेटवर्क होता है जो सीमा निगरानी के अंतराल का फायदा उठाते हैं.
- सोशल मीडिया और मौखिक प्रचार ने उत्तरी सीमा को क्रॉसिंग पॉइंट के रूप में लोकप्रिय बना दिया है.
- फर्जी वीजा या पासपोर्ट के माध्यम से विदेश में बसाने का लालच दिया जाता. जिसमें छात्र वीजा भी शामिल है.
- जिन व्यक्तियों के छात्र वीजा जारी किए गए थे, वे कभी संस्थान में शामिल नहीं हुए. विदेशी शिक्षा संस्थान भी रैकेट में शामिल हैं.
- प्रवासियों को आमतौर पर सौदा करने के लिए लुभाया जाता है और फिर बेईमान एजेंटों द्वारा उनका शोषण किया जाता है
- कंटेनर और जहाजों का उपयोग करके अवैध सीमा पार करने की सुविधा प्रदान करते हैं.
- यह तरीका ख़तरनाक है क्योंकि ये प्रवासी अधिकारियों द्वारा पकड़े जा सकते हैं, जिससे उन्हें निर्वासित किया जा सकता है.
- एजेंट अवैध अप्रवासियों को जाली दस्तावेज़ भी प्रदान करते हैं, जिनमें निवास परमिट और ड्राइविंग लाइसेंस शामिल हैं.
डेरियन गैप को पार करना पड़ताः इसके लिए प्रवासियों को सबसे पहले इक्वाडोर, बोलीविया, गुयाना, ब्राजील और वेनेजुएला जैसे लैटिन अमेरिकी देशों में भेजा जाता है. ब्राजील और वेनेजुएला जैसे जगहों पर हवाई अड्डा पर ही पर्यटक वीजा मिल जाता है. कोलंबिया पहुंचने के बाद, अवैध अप्रवासी फिर पनामा में प्रवेश करते हैं. यह मार्ग काफी जोखिम भरा होता है क्योंकि उन्हें दोनों देशों के बीच एक खतरनाक जंगल, डेरियन गैप को पार करना पड़ता है.
भूखे पेट पैदल जंगल पार करतेः जिन्हें अमेरिका में प्रवेश करना होता है उन्हें एजेंट कोलंबिया को पनामा से जोड़ने वाले डेरियन गैप की पूरी लंबाई तक चलने के लिए कहते हैं. लोग अक्सर भूखे पेट कई दिनों तक पैदल चलकर इस कार्टेल-प्रभावित क्षेत्र को पार करते हैं. यहां जहरीले सांपों का भी खतरा रहता है. इसे पार करने के दौरान जानलेवा बीमारियों की चपेट में भी आ सकते हैं. इन सबसे बचते हुए, एक बार जब वे पनामा के जंगल को पार कर लेते हैं तो अमेरिकी सीमा में प्रवेश करने के लिए मैक्सिको की ओर बढ़ते हैं.
अमेरिका-कनाडा सीमा से अमेरिका में प्रवेश: आव्रजन एजेंटों या मानव तस्करों ने पिछले कुछ वर्षों में अवैध अप्रवासियों को उनके चुने हुए गंतव्य तक पहुंचने के लिए विभिन्न तरीके विकसित किए हैं. पिछले कुछ वर्षों में कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच की सीमा पर भारतीय नागरिकों द्वारा अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने मामलों में वृद्धि देखी गई है. वर्ष 2024 में अमेरिका-कनाडा सीमा पर 43 हजार 764 भारतीय प्रवासी पकड़े गए हैं.