वाशिंगटन:अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव है. हालांकि, इससे पहले ही प्री-पोल शुरू हो चुका है और लोगों में खासा उत्साह है. इस दौरान कई मुद्दे मतदाताओं पर हावी हैं. उनमें से एक गर्भपात का मुद्दा काफी अहम माना जा रहा है.
अमेरिका में इस समय चुनावी महौल है. अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सिर्फ अमेरिका में ही नहीं बल्कि दुनिया के तमाम बड़े देशों में इसकी चर्चा है. इस बार दो बड़े नेता चुनाव मैदान में है. राष्ट्रपति जो बाइडेन के चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा के बाद से चुनाव और भी रोचक हो गया है.
प्री-पोल वोटिंग का बन सकता है रिकॉर्ड
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2020 के मुकाबले इस साल प्री पोल में अधिक वोट पड़ सकते हैं. सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में किए गए एक सर्वे में पाया गया कि 2016 के मुकाबले 2020 में प्री पोल में अधिक वोटिंग हुई. हालांकि, इस साल 2020 में हुई प्री पोल वोटिंग के रिकॉर्ड भी टूट जाएंगे. कहा जा रहा है कि इस बार 14.5 मिलियन लोग प्री पोल वोटिंग कर सकते हैं.
अमेरिका में चुनाव पूर्व सर्वे से पता चला है कि कैरोलिना और फ्लोरिडा में 37 फीसदी मतदाताओं ने कहा कि वे चुनाव पूर्व वोट डाल चुके हैं. रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में करीब 24 करोड़ से अधिक मतदाता हैं. प्री पोल में अब तक उन 16 राज्यों से अधिक वोट पड़े हैं जो चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. बताया जा रहा है कि इस बार 18 से 29 साल के मतदाताओं में खास बढ़ोतरी हुई है.
क्या है प्री पोल वोटिंग या एडवांस वोटिंग ?
चुनाव से पहले वोट देने की प्रक्रिया प्री पोल है. इसे एडवांस पोल भी कहा जाता है. अमेरिका में ऐसी व्यवस्था है. प्री पोल के अलग-अलग तरीके हैं. इसमें डाक के जरिए वोट डाले जाते हैं. वहीं कुछ राज्यों में मतदान केंद्रों पर जाकर वोट डालने का चलन है. रिपोर्ट के अनुसार 1988 से पहले केवल 6 राज्यों में प्री वोटिंग का चलन था. वर्जीनिया में चुनाव 20 सितंबर से ही शुरू है.
इस बार प्री पोल में रिपब्लिकन की बढ़त
कहा जाता है कि प्री पोल वोटिंग में डेमोक्रेट्स का वर्चस्व रहा है लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. रिपब्लिकन की बढ़त बतायी जा रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार तक करीब 1.50 करोड़ से अधिक वोटिंग हो चुकी है. इसमें अधिकांश राज्यों में मेल(डाक) के जरिए वोटिंग हुई.
कई राज्यों में छाया गर्भपात का मुद्दा
अमेरिका के कई राज्यों में गर्भपात का मुद्दा छाया हुआ है. राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच इस मुद्दे पर हाल में तीखी बहस भी हुई थी. ट्रंप ने गर्भपात के मुद्दे पर डेमोक्रेट्स को 'कट्टरपंथी' बताया. वहीं दूसरी ओर कमला हैरिस ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि ट्रंप राष्ट्रीय गर्भपात प्रतिबंध योजना पर काम कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तरी कैरोलिना समेत कई अन्य राज्यों में महिलाएं गर्भपात पर प्रतिबंध को लेकर सवाल उठा रही हैं. इसे लेकर वे कमल हैरिस या ट्रंप के बारे में सोचती हैं. ऐसा माना जा रहा है कि गर्भपात का मुद्दा चुनाव में काफी अहम हो सकता है.