हैदराबाद: पिछले साल अक्टूबर से गाजा में इजराइल का नरसिंहार जारी है. इस बीच इजराइल ने गाजा के दाराज जिले में एक स्कूल पर हवाई हमला कर दिया. इसमें 100 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है. वहीं, दर्जनों लोगों के घायल होने की सूचना है. इस स्कूल में सैकड़ों विस्थापित परिवार रह रहे थे. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इजरायल और हमास के बीच पिछले 10 महीने से से जारी युद्ध में अब तक तक हुए सबसे घातक हमलों में से एक है.
बता दें की हमास के बाद से इजराइल के गाजा पर ताबड़तोड़ हमले जारी हैं. जानकारी के मुताबिक इजराइली आक्रमण में अब तक 39,699 फिलिस्तीनी मौतें दर्ज की गई हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. इसके अलावा 91,722 लोग घायल हुए हैं.
गाजा पर इजराइल के हमले की शुरुआत 17 अक्टूबर 2023 को उस वक्त हुई थी, जब शहर के अल-अहली अल-अरबी बैपटिस्ट अस्पताल में आईडीएफ ने विस्फोट कर दिया. हमले में 342 लोगों के घायल होने और 471 लोगों की मौत हो गई. फिलिस्तीनियों ने इस विस्फोट के लिए इजराइली हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया, जबिक इजराइल का कहना है कि यह फिलिस्तीनी रॉकेट के गलत तरीके से फायर होने के कारण हुआ.
अलशिफा अस्पताल पर हमला
इसके बाद 15 नवंबर 2024 को इजरायली सेना कई दिनों की घेराबंदी के बाद गाजा शहर के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा में हमला कर दिया.इस दौरान बिजली और सप्लाई की कमी से नवजात शिशुओं सहित कई मरीजों की मौत हो गई. इजराइलियों का कहना है कि अस्पताल का इस्तेमाल हमास लड़ाकों के लिए एक भूमिगत मुख्यालय को छिपाने के लिए किया गया था. हालांकि, अस्पताल कर्मचारियों ने इसे नकार दिया.
फ्लोर नरसिंहार
29 फरवरी 2024 को इजराइली सैनिकों की मौजूदगी में सहायता के लिए कतार में खड़े फिलिस्तीनियों पर हमला हो गया. इसमें 118 नागरिक मारे गए. यह घटना गाजा शहर के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में नबुलसी राउंडअबाउट पर अल-रशीद स्ट्रीट पर हुई, जहां खाद्य आपूर्ति कम थी.
वर्ल्ड सेंट्रल किचन पर हमला
1 अप्रैल 2024 को इजराइल ने वर्ल्ड सेंट्रल किचन सहायता काफिले पर बमबारी कर दी. इस दौरान चैरिटी के सात सहायता कार्यकर्ताओं की मौत हो गई. मरने वालों में ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और पोलैंड के नागरिकों के साथ-साथ फिलिस्तीनियों और संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के नागरिक शामिल थे.