लंदन: कई ब्रिटिश हिंदुओं ने 29 अक्टूबर को 10 डाउनिंग स्ट्रीट में प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की ओर से आयोजित दिवाली रिसेप्शन के मेनू के बारे में सांस्कृतिक संवेदनशीलता की कमी पर अपनी चिंता व्यक्त की है. दिवाली समारोह में कथित तौर पर मांसाहारी स्नैक्स और शराब शामिल थी, जिसकी हिंदू समुदाय ने आलोचना की है.
सामुदायिक संगठन 'इनसाइट यूके' ने भी घटना पर निराशा व्यक्त की. उन्होंने दिवाली के धार्मिक महत्व के बारे में 'समझ की भयावह कमी' को उजागर किया. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में समूह ने बताया कि दिवाली न केवल उत्सव का समय है, बल्कि हिंदुओं के लिए एक गहन आध्यात्मिक का अवसर भी है.
त्योहार से जुड़ी धार्मिक परंपराओं की समझ में कमी
इनसाइट यूके ने कहा, "प्रधानमंत्री द्वारा आयोजित दिवाली समारोह में मेनू का चयन दिवाली के त्योहार से जुड़ी धार्मिक परंपराओं के प्रति समझ या सम्मान की भयावह कमी को दर्शाता है." समूह ने यह भी सवाल उठाया कि क्या सांस्कृतिक संवेदनशीलता को अधिक सुनिश्चित करने के लिए कार्यक्रम से पहले हिंदू समुदाय के संगठनों और धार्मिक नेताओं से परामर्श किया गया था.
समूह ने कहा, "हम भविष्य के आयोजनों और समारोहों में अधिक विचार-विमर्श करने का आग्रह करते हैं, जिनका उद्देश्य बहुसंस्कृतिवाद और समावेशिता को बढ़ावा देना है, लेकिन वह उन समुदायों की सांस्कृतिक और धार्मिक प्रथाओं के प्रति सचेत नहीं हैं, जिनका वे सम्मान करना चाहते हैं."
पंडित सतीश के शर्मा ने बताया निराशजनक
लेखक और धार्मिक वक्ता पंडित सतीश के शर्मा ने भी इसी तरह की चिंताओं को दोहराया और परामर्श की कमी को बड़ी चिंता और निराशाजनक कहा, भले ही यह अनजाने में हुआ हो. बता दें कि जुलाई के आम चुनाव में लेबर पार्टी की जीत के बाद आयोजित इस रिसेप्शन में ब्रिटिश-इंडियन समुदाय के नेता, सांसद और पेशेवर लोग शामिल हुए थे.
इस कार्यक्रम के दौरान स्टारमर ने अपने पूर्ववर्ती, पहले ब्रिटिश हिंदू प्रधानमंत्री ऋषि सुनक द्वारा स्थापित परंपरा का पालन करते हुए 10 डाउनिंग स्ट्रीट के दरवाजे पर कैंडल जलाईं. डाउनिंग स्ट्रीट ने अभी तक इस कार्यक्रम के लिए मेनू के चयन पर कोई टिप्पणी नहीं की है, जो लेबर पार्टी के सत्ता में आने के बाद आयोजित पहला दिवाली रिसेप्शन था.
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