तेल अवीव:इजराइल पर ईरान के मिसाइल हमले के बाद पश्चिम एशिया में युद्ध की आशंका बढ़ी है. फिलहाल इजराइल की जवाबी कार्रवाई क्या है, इस पर बहुत तेजी से चर्चा हो रही है. इजराइल और ईरान के बीच तनाव को देखते हुए पड़ोसी देश जॉर्डन ने अपना हवाई क्षेत्र बंद करने का फैसला किया है. जॉर्डन सरकार ने कहा कि वह देश को युद्ध का मैदान नहीं बनने देगी.
जॉर्डन के सार्वजनिक सुरक्षा निदेशालय ने एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया कि रॉयल जॉर्डन वायु सेना और वायु रक्षा प्रणालियों ने जॉर्डन के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाली कई मिसाइलों और ड्रोन का जवाब दिया.
सरकार के प्रवक्ता मोहम्मद मोमानी ने स्थानीय मीडिया से कहा, "जॉर्डन और जॉर्डन के लोगों की सुरक्षा हमारी पहली जिम्मेदारी है." जॉर्डन के संचार मंत्री मोमानी ने कहा कि मिसाइलों के कुछ हिस्से राज्य के विभिन्न हिस्सों में गिरे, जिसके कारण तीन लोग मामूली रूप से घायल हो गए.
पीएम नेतन्याहू ने सुरक्षा प्रमुखों से मुलाकात की
ईरान के साथ तनाव के बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रक्षा मंत्री योआव गैलेंट और सशस्त्र बलों के प्रमुख हर्जी हलेवी सहित सुरक्षा प्रमुखों के साथ बैठक की. यह बैठक तेल अवीव में रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय में हुई. मंगलवार को इजराइल पर मिसाइल हमले के बाद देर रात अपने संबोधन में पीएम नेतन्याहू ने ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई थी.
भारत ने इजराइल-ईरान से संयम बरतने का आग्रह किया
भारत ने मध्य-पूर्व में बढ़ते संघर्ष पर गहरी चिंता जताई है और इजराइल और ईरान से संयम बरतने और नागरिकों की सुरक्षा का आग्रह किया है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि क्षेत्र में संघर्ष को बढ़ने से रोकना जरूरी है. हम आग्रह करते हैं कि सभी मुद्दों को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से हल किया जाना चाहिए.