तेहरान: मध्य पूर्व में जारी तनाव के बीच ईरान पर शनिवार को ताबड़तोड़ साइबर हमले हुए, जिससे सरकार की लगभग तीनों शाखाएं बाधित हुईं और इसके न्यूक्लियर प्लांट को भी निशाना बनाया गया. यह हमला ऐसे समय हुआ जब इजराइल ने 1 अक्टूबर को ईरान के 200 मिसाइलों के हमले का कड़ा जवाब देने की कसम खाई थी.
ईरान इंटरनेशनल ने ईरान की सुप्रीम काउंसिल ऑफ साइबरस्पेस के पूर्व सचिव हुमांयू फिरोजाबादी के हवाले से कहा, "ईरान की सरकार की लगभग सभी तीन शाखाएं - न्यायपालिका, विधायिका और कार्यकारी साइबर हमलों की चपेट में आ गई हैं."
उन्होंने कहा, हमारे परमाणु प्रतिष्ठानों के साथ-साथ ईंधन वितरण, नगरपालिका नेटवर्क, परिवहन नेटवर्क, बंदरगाह और इसी तरह के अन्य क्षेत्रों पर भी साइबर हमले हुए हैं. ये देश भर के विभिन्न क्षेत्रों की एक लंबी सूची का हिस्सा हैं, जिन पर हमला किया गया है."
अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार- ईरान
इससे पहले ईरान ने कहा था कि अगर उसका कट्टर दुश्मन इजराइल अगर उस पर हमला करता है तो वह अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है. बता दें कि इस्लामिक रिपब्लिक ने अपने दो सबसे करीबी सहयोगियों हमास नेता इस्माइल हानिया और हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के साथ-साथ एक ईरानी जनरल की हत्या के प्रतिशोध में 1 अक्टूबर को इजरायल पर मिसाइलें दागीं थी