विदेश मंत्री जयशंकर ने मालदीव में परियोजनाओं का उद्घाटन किया - Jaishankar Maldives Visit
Jaishankar inaugurates new projects in Maldives: विदेश मंत्री एस जयशंकर 9 से 11 अगस्त तक तीन दिवसीय मालदीव की आधिकारिक यात्रा पर हैं. इस दौरान उन्होंने नई परियोजनाओं का उद्घाटन किया.
विदेश मंत्री एस जयशंकर और मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर (दाहिनी ओर) (ANI)
माले: विदेश मंत्री (EAM) एस जयशंकर और मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने शुक्रवार को माले में उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इसके साथ ही समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया. इस मौके पर जयशंकर ने कहा कि उन्होंने जमीर के साथ सार्थक चर्चा की.
एक्स पर एक पोस्ट में विदेश मंत्री ने कहा, 'आज माले में विदेश मंत्री मूसा जमीर के साथ सार्थक वार्ता हुई. एजेंडे में विकास साझेदारी, क्षमता निर्माण, द्विपक्षीय और क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापार और डिजिटल सहयोग में हमारी भागीदारी शामिल थी.' स्ट्रीट लाइटिंग, मानसिक स्वास्थ्य, बच्चों की स्पीच थेरेपी और विशेष शिक्षा के क्षेत्रों में 6 उच्च प्रभाव परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया.
मालदीव में डिजिटल भुगतान प्रणाली की शुरूआत पर भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम और मालदीव के आर्थिक विकास और व्यापार मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. उन्होंने कहा, 'अतिरिक्त 1,000 सिविल सेवा अधिकारियों के प्रशिक्षण पर राष्ट्रीय सुशासन केंद्र और सिविल सेवा आयोग के बीच समझौता ज्ञापन के नवीनीकरण का स्वागत करता हूं. कल मेरी बैठकों और चर्चाओं की प्रतीक्षा है.'
मालदीव के विदेश मंत्री ने इस बैठक को मालदीव में सामुदायिक सशक्तिकरण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का एक मील का पत्थर बताया. एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, 'मालदीव में सामुदायिक सशक्तीकरण के लिए भारत की प्रतिबद्धता में एक और मील का पत्थर! विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ भारतीय अनुदान सहायता के तहत पूरी की गई छह उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन करने पर गर्व है.'
ये परियोजनाएं मानसिक स्वास्थ्य इकाई, बाल विकास केंद्र, समावेशी शिक्षा सहायता इकाइयां व अन्य शामिल हैं. ये परियोजनाएं लोगों के जीवन को समृद्ध बनाती हैं और संबंधित समुदायों की खुशहाली को भी बढ़ाती हैं. आज का उद्घाटन मालदीव में सामाजिक-आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. मालदीव में सामुदायिक सशक्तिकरण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता में एक और मील का पत्थर!