वाशिंगटन: अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेरिस जलवायु समझौते से बाहर होने का बड़ा फैसला लिया है. शपथ लेने के तुरंत बाद उन्होंने कई बड़े चौंकाने वाले फैसले लिए जिसमें पेरिस जलवायु समझौता भी शामिल है.
ट्रंप के इस फैसले से दुनिया में तापमान वृद्धि को लेकर किए जा रहे उपायों को बड़ा झटका लगेगा. ट्रंप ऐसे फैसले पहले भी ले चुके हैं. उन्होंने इस समझौते को स्वैच्छिक करार दिया. ट्रंप ने पेरिस जलवायु संधि से अलग होने को लेकर एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर भी किए. जैसा कि उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में किया था. यह उन कार्यकारी कार्रवाइयों में से एक है जिन पर उन्होंने कैपिटल वन एरिना में हजारों समर्थकों के सामने हस्ताक्षर किए.
हालांकि, 2015 के पेरिस समझौते के खिलाफ 2017 में ट्रंप प्रशासन के कदम को 2021 में अपने पहले दिन जो बाइडेन ने पलट दिया था. पेरिस समझौता जलवायु परिवर्तन को लेकर एक महत्वूर्ण संधि है. ये तापमान को नियंत्रित करने के उपायों संबंधी योजना है.
लगभग 200 देशों ने वैश्विक तापमान को 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे और आदर्श रूप से 1.5 डिग्री से नीचे रखने के लिए प्रतिबद्धता जताई है. प्रत्येक देश प्रतिबद्धता को बनाए रखने के लिए अपनी स्वयं की योजना विकसित करने के लिए जिम्मेदार है.
हालांकि, यह समझौता कानूनी रूप से बाध्यकारी संधि नहीं है. ट्रंप ने संघीय सरकार को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की बहाली और भविष्य में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सरकारी सेंसरशिप को रोकने के लिए एक निर्देश पर भी हस्ताक्षर किए.
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने संघीय सरकार को पिछले प्रशासन के राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सरकार के हथियारीकरण को समाप्त करने के निर्देश पर भी हस्ताक्षर किए. इसके अलावा, उन्होंने ओवल ऑफिस में और अधिक कार्यकारी कार्रवाइयों पर हस्ताक्षर किए.
इससे पहले कैपिटल वन एरिना में अपने भाषण के दौरान, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' (MAGA) आंदोलन की सफलता पर प्रकाश डाला. इसे देश और दुनिया के इतिहास में सबसे सफल राजनीतिक अभियान बताया.
ट्रंप ने कहा, 'एमएजीए हमारे देश और दुनिया के इतिहास में सबसे सफल राजनीतिक अभियान और आंदोलन था. हम अभी खत्म नहीं हुए हैं. हमें अभी लंबा रास्ता तय करना है.' डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को वाशिंगटन डीसी में यूएस कैपिटल में अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली.
अमेरिका के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने ट्रंप को शपथ दिलाई. ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले जेडी वेंस ने अमेरिका के 50वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. शपथ ग्रहण करने के बाद ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका का 'स्वर्ण युग' शुरू हो गया है.