दिल्ली

delhi

ETV Bharat / international

पाकिस्तान में सरकार बनाने को लेकर पीपीपी और पीएमएलएन के बीच अभी तक नहीं बनी सहमति - पीपीपी और पीएमएलएन

Government formation in Pakistan : पाकिस्तान में सरकार बनाने को लेकर अभी भी खींचतान जारी है. भले ही पीएमएलएन और पीपीपी के बीच बाहरी तौर पर सहमति बन गई हो, लेकिन दोनों के बीच गांठ अभी भी है. अब खबर आ रही है कि राष्ट्रपति पद को लेकर दोनों के बीच विवाद बढ़ गया है.

ppp and PMLN
पीपीपी और पीएमएलएन नेताओं के बीच बातचीत

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 18, 2024, 5:36 PM IST

इस्लामाबाद : पाकिस्तान में हुए आम चुनाव के बाद भी सरकार नहीं बन पा रही है. चुनाव परिणाम आए हुए नौ दिन बीत चुके हैं. लेकिन पीएमएलएन और पीपीपी के बीच कोई सहमति नहीं बनी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीपीपी के नेता बिलावल भुट्टो ने राष्ट्रपति पद पर अपने उम्मीदवार को बिठाने की मांग की है. इस मुद्दे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच मतभिन्नता है. हालांकि, दोनों दलों के बीच बातचीत अब भी जारी है.

पीपीपी और पीएमएलएन के बीच सोमवार को फिर से बैठक होगी. पीएमएलएन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत सकारात्मक रही है, लेकिन अंतिम रूप देने के लिए अभी और अधिक विचार-विमर्श की आवश्यकता है.

आपको बता दें कि पीएमएलएन ने प्रधानमंत्री पद के लिए नवाज शरीफ की बजाए शहबाज शरीफ का नाम तय किया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीपीपी नहीं चाहती है कि पीएम पद नवाज शरीफ को दिया जाए.

वैसे, चुनाव के जो भी परिणाम आए हैं, उसके अनुसार निर्दलीय उम्मीदवारों की सबसे अधिक जीत हुई है. इन निर्दलीय उम्मीदवारों को इमरान खान का समर्थन था. इमरान खान की पार्टी पीटीआई पर चुनाव पड़ने पर प्रतिबंध था. इसलिए पीटीआई के अधिकांश नेताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था. चुनाव आठ फरवरी को हुए थे. एक दिन बाद परिणाम आए.

सबसे अधिक 93 सीटें पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों ने जीती थी. पीएमएलएन को 75, तो पीपीपी को 57 सीटें मिली हैं. कुल 265 सीटों के लिए मतदान हुए थे. सरकार बनाने के लिए 133 सीटों का होना जरूरी है. पीपीपी ने एक और बयान मीडिया में जारी किया था. उनके अनुसार वह पीएमएलएन सरकार का समर्थन करेंगे, लेकिन मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होंगे.

ये भी पढ़ें :पाक: सेना ने नवाज को प्रधानमंत्री बनने या बेटी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाने का दिया था विकल्प : सूत्र

ABOUT THE AUTHOR

...view details