कांगो: तख्तापलट के आरोप में 3 अमेरिकियों समेत 37 को मौत की सजा - Congo court sentences - CONGO COURT SENTENCES
Congo court Coup allegations sentences 37 to death: मध्य अफ्रीकी देश कांगो की सैन्य अदालत ने तख्तापलट के मामले में एक बड़ा फैसला सुनाया है. अदालत ने 3 अमेरिकियों और 34 अन्य को मौत की सजा सुनाई. इन्हें अपील करने के लिए पांच दिन का समय दिया गया.
किंशासा: कांगो की एक सैन्य अदालत ने शुक्रवार को तख्तापलट के प्रयास में शामिल होने के आरोप में दोषी ठहराते हुए तीन अमेरिकियों सहित 37 लोगों को मौत की सजा सुनाई. प्रतिवादियों में से अधिकांश कांगो के हैं, लेकिन उनमें एक ब्रिटिश, एक बेल्जियम और एक कनाडाई नागरिक भी शामिल है. दोषी पाए गए लोगों को फैसले को चुनौती देने के लिए मात्र पांच दिन का समय है. दोषियों पर तख्तापलट का प्रयास, आतंकवाद और आपराधिक संगठन बनाने जैसे आरोप हैं.
जून में शुरू हुए इस मुकदमे में चौदह लोगों को बरी कर दिया गया था. अदालत ने 37 प्रतिवादियों को दोषी ठहराया और 'सबसे कठोर सजा, मौत' की सजा सुनाई. यह फैसला पीठासीन न्यायाधीश मेजर फ्रेडी एहुमा ने खुले आसमान के नीचे सैन्य अदालत की कार्यवाही में सुनाया. इसका टीवी पर सीधा प्रसारण किया गया.
नीले और पीले रंग के जेल के कपड़े पहने और प्लास्टिक की कुर्सियों पर बैठे तीनों अमेरिकी, अनुवादक द्वारा उनकी सजा के बारे में समझाए जाने पर निश्चल दिखाई दिए. छह विदेशियों का बचाव करने वाले वकील रिचर्ड बोंडो ने कहा कि वे इस बात से असहमत हैं कि क्या कांगो में वर्तमान में मृत्युदंड दिया जा सकता है. हालांकि इस वर्ष के शुरू में इसे बहाल कर दिया गया था और कहा कि मामले की जांच के दौरान उनके मुवक्किलों के पास अपर्याप्त दुभाषिए थे.
बोंडो ने कहा कि हम इस निर्णय को अपील में चुनौती देंगे. मई में अल्पज्ञात विपक्षी नेता क्रिश्चियन मलंगा के नेतृत्व में असफल तख्तापलट के प्रयास के दौरान छह लोग मारे गए थे. इसमें राष्ट्रपति भवन और राष्ट्रपति फेलिक्स त्सेसीकेदी के एक करीबी सहयोगी को निशाना बनाया गया था. कांगो सेना ने कहा कि हमले की सोशल मीडिया पर लाइव स्ट्रीमिंग करने के तुरंत बाद गिरफ्तारी का विरोध करते समय मालंगा को गोली मार दी गई. मालंगा के 21 वर्षीय बेटे मार्सेल मालंगा और दो अन्य अमेरिकियों को हमले में दोषी ठहराया गया था. मार्सेल मालंगा एक अमेरिकी नागरिक है.
उसकी मां ब्रिटनी सॉयर ने कहा है कि उसका बेटा निर्दोष है और वह केवल अपने पिता का अनुसरण कर रहा था. अपने बेटे की गिरफ्तारी के बाद के महीनों में सॉयर ने कई साक्षात्कार अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया. साथ ही मार्सेल को भोजन, स्वच्छता उत्पादों और बिस्तर के लिए धन जुटाने पर अपनी ऊर्जा केंद्रित की. उन्होंने बताया कि वह जेल की कोठरी में फर्श पर सोता है और लीवर की बीमारी से पीड़ित है.
मोजाम्बिक सरकार द्वारा प्रकाशित एक आधिकारिक पत्रिका और अफ्रीका इंटेलिजेंस न्यूजलेटर की एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी की स्थापना 2022 में मोजाम्बिक में की गई थी. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने शुक्रवार को वाशिंगटन में संवाददाताओं से कहा कि संघीय सरकार फैसले से अवगत है. मिलर ने कहा, 'हम समझते हैं कि डीआरसी में कानूनी प्रक्रिया प्रतिवादियों को अदालत के फैसले के खिलाफ अपील करने की अनुमति देती है.'