वेटिकन:वेटिकन में शिवगिरि मठ द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अंतरधार्मिक सम्मेलन शुक्रवार को शुरू हुआ. यह कार्यक्रम 100 साल पहले अलुवा में श्री नारायणगुरु की ओर से आयोजित अंतरधार्मिक सम्मेलन के शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित हो रहा है. सर्वधर्म सम्मेलन एवं विश्व धर्म संसद आज शाम 7 बजे स्नेह संगम के साथ प्रारंभ हुई. सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य धार्मिक सद्भावना फैलाना है.
विश्व धर्म संसद 29, 30 नवंबर और 1 दिसंबर को आयोजित की जाएगी. पोप फ्रांसिस कल (30 नवंबर) महासभा में एक उपदेश देंगे. सम्मेलन में विभिन्न देशों के 100 प्रतिनिधि, भारत के जन प्रतिनिधि और भिक्षु भाग लेंगे. सच्चिदानंद स्वामी, मठ के महासचिव स्वामी सुभंगानंद, पूर्व महासचिव स्वामी ऋतंबरानंद, पूर्व कोषाध्यक्ष स्वामी विशालानंद, गुरु धर्म प्रचार सभा के सचिव स्वामी असंगानंदगिरि, स्वामी हंसतीर्थ, अलुवा अद्वैत आश्रम के सचिव स्वामी धर्मचैतन्य और स्वामिनी आर्यानंद देवी शिवगिरि मठ के सदस्य हैं.
सम्मेलन में प्रतिनिधित्व करना और भाग लेना. सच्चिदानंद स्वामी की ओर से तैयार की गई पुस्तक 'सर्वमाता सम्मेलनम' का इतालवी अनुवाद और 'गुरु एंड वर्ल्ड पीस' पुस्तक का अंग्रेजी अनुवाद का विमोचन किया जाएगा. आज सम्मेलन के प्रथम दिन धार्मिक सद्भावना, धार्मिक सद्भावना एवं मुख्यतः प्रेम समागम हुआ. इसमें हिंदू, ईसाई, इस्लामी, बौद्ध, सिख और यहूदी धर्मों के पुजारियों और शिवगिरि मठ के संन्यासीश्रेष्ठ ने भाग लिया. 30 तारीख को पोप फ्रांसिस विश्व धर्म संसद को एक उपदेश देकर आशीर्वाद देंगे.