अगर आप महिला है तो आपको ये खबर जरूर पढ़नी चाहिए. दरअसल अगर आपको पीरियड आने में कोई दिक्कत आ रही है, तो तुरंत नजदीकी डॉक्टर को दिखाए. क्योंकि कई बार पीरियड का समय पर ना आना एक बड़ी समस्या को न्योता देना हो सकता है. कई बार पिरियड ना आने पर महिलाओं के अंडकोस में कैंसर भी हो सकता है. ये सारे संकेत एंडोमेट्रियोसिस के हो सकते है.
क्या होता है एंडोमेट्रियोसिस?
एंडोमेट्रियोसिस तब होता है जब एंडोमेट्रियल टिश्यू (गर्भाशय का ऊतक) गर्भाशय के बजाय शरीर के अन्य हिस्सों में बढ़ने लगता है. यह टिश्यू समय के साथ स्कार टिश्यू बना सकता है, जो बाद में कैंसर का रूप ले सकता है या फिर इस समस्या के चलते महिलाओं में बांझपन जैसी समस्या भी पैदा हो सकती है. एंडोमेट्रियोसिस एक बहुत ही सामान्य समस्या है. Endometriosis Society Of India के मुताबिक, तकरीबन 25 Million से ज्यादा भारतीय महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस पाया गया है. फिर भी आज भी बहुत सी महिलाओं को इस बीमारी से अंजान हैं. यह बीमारी सबसे ज्यादा 18 से 35 साल की उम्र की महिलाओं में देखा जाता है.
संयुक्त उपजिला अस्पताल के सीनियर पिथौलीजिस्ट डॉ. विकास कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि उनके पास एंडोमेट्रियल स्कार से ग्रसित मरीज आते रहते हैं, लेकिन कई बार मरीजों को इस बात की जानकारी ही नहीं होती है. इसके कारण वे कई प्रकार की दवा खाते हैं, लेकिन असली बीमारी का पता नही चल पाता है. डॉ. विकास बताते हैं कि एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं में होने वाली एक स्वास्थ्य समस्या है. जिसमें यूटरस के अंदर पाए जाने वाला एंडोमेट्रियल टिश्यू गर्भाशय के बाहर आकर बढ़ने लगता है. जिससे महिलाओं को असहनीय दर्द होने लगता है. यह हर पीरियड्स के साथ मोटा होता है और फिर टूटता है. इस टिश्यू के पास शरीर से बाहर निकलने का रास्ता नहीं होने के कारण यह शरीर के बाहर नहीं निकल पाता और फंस जाता है.