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क्या है होता एंडोमेट्रियोसिस, गर्भधारण में कैसे बाधा बनती है यह बीमारी, महिलाएं भूलकर भी इसे न करें नजरअंदाज

एंडोमेट्रियोसिस एक लॉन्ग टर्म बीमारी है जो तब होती है जब गर्भाशय की परत के समान टिश्यू गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगते हैं. जानें कारण...

What is endometriosis, how does this disease hinder pregnancy
क्या है होता एंडोमेट्रियोसिस (CANVA)

By ETV Bharat Health Team

Published : Dec 3, 2024, 3:08 PM IST

Updated : Dec 3, 2024, 6:02 PM IST

अगर आप महिला है तो आपको ये खबर जरूर पढ़नी चाहिए. दरअसल अगर आपको पीरियड आने में कोई दिक्कत आ रही है, तो तुरंत नजदीकी डॉक्टर को दिखाए. क्योंकि कई बार पीरियड का समय पर ना आना एक बड़ी समस्या को न्योता देना हो सकता है. कई बार पिरियड ना आने पर महिलाओं के अंडकोस में कैंसर भी हो सकता है. ये सारे संकेत एंडोमेट्रियोसिस के हो सकते है.

क्या होता है एंडोमेट्रियोसिस?
एंडोमेट्रियोसिस तब होता है जब एंडोमेट्रियल टिश्यू (गर्भाशय का ऊतक) गर्भाशय के बजाय शरीर के अन्य हिस्सों में बढ़ने लगता है. यह टिश्यू समय के साथ स्कार टिश्यू बना सकता है, जो बाद में कैंसर का रूप ले सकता है या फिर इस समस्या के चलते महिलाओं में बांझपन जैसी समस्या भी पैदा हो सकती है. एंडोमेट्रियोसिस एक बहुत ही सामान्य समस्या है. Endometriosis Society Of India के मुताबिक, तकरीबन 25 Million से ज्यादा भारतीय महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस पाया गया है. फिर भी आज भी बहुत सी महिलाओं को इस बीमारी से अंजान हैं. यह बीमारी सबसे ज्यादा 18 से 35 साल की उम्र की महिलाओं में देखा जाता है.

क्या है होता एंडोमेट्रियोसिस, गर्भधारण में कैसे बाधा बनती है यह बीमारी (ETV Bharat)

संयुक्त उपजिला अस्पताल के सीनियर पिथौलीजिस्ट डॉ. विकास कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि उनके पास एंडोमेट्रियल स्कार से ग्रसित मरीज आते रहते हैं, लेकिन कई बार मरीजों को इस बात की जानकारी ही नहीं होती है. इसके कारण वे कई प्रकार की दवा खाते हैं, लेकिन असली बीमारी का पता नही चल पाता है. डॉ. विकास बताते हैं कि एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं में होने वाली एक स्वास्थ्य समस्या है. जिसमें यूटरस के अंदर पाए जाने वाला एंडोमेट्रियल टिश्यू गर्भाशय के बाहर आकर बढ़ने लगता है. जिससे महिलाओं को असहनीय दर्द होने लगता है. यह हर पीरियड्स के साथ मोटा होता है और फिर टूटता है. इस टिश्यू के पास शरीर से बाहर निकलने का रास्ता नहीं होने के कारण यह शरीर के बाहर नहीं निकल पाता और फंस जाता है.

इससे पीड़ित महिला को खासकर पीरियड्स के दौरान दर्द बेहद गंभीर दर्द होता है. इससे आसपास के टिश्यू पर दबाव पड़ता है और स्कार टिश्यू बनने लगते हैं, जो बाद कैंसर का रूप ले सकता है. उन्होंने बताया कि अगर इनमें से कुछ भी लक्षण किसी महिला को दिखते हैं, तो वे तत्काल डॉक्टर के परामर्श पर पैथोलॉजिस्ट से इसकी जांच अवश्य करवाएं. अगर यह बीमारी समय पर पकड़ में आ जाती है, तो इसका इलाज संभव है. सर्जरी के माध्यम से इसका इलाज किया जा सकता है. अगर समय रहते यह समस्या डायग्नोस नहीं होती है, तो यह बाद में कैंसर का रूप लेकर बड़ी समस्या बन सकती है.

(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)

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Last Updated : Dec 3, 2024, 6:02 PM IST

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