पेरिविंकल या सदाबहार, एक खूबसूरत फूल वाला पौधा है. इसके फूल सफेद, गुलाबी, बैंगनी और नीले रंग के होते हैं. सदाबहार के फूलों का वैज्ञानिक नाम कैथेरन्थस रोजस (Catharanthus)है. सदाबहार के पत्ते गहरे हरे रंग के होते हैं और काफी चमकदार होते हैं. यह पौधा काफी कम रखरखाव वाला होता है और कई तरह की मिट्टी में पनपता सकता है. इस पौधे और फूल को आप कई लोगों के छत और गार्डन में आसानी से देख सकते हैं.
पेरिविंकल या सदाबहार क्या है?
पेरिविंकल या सदाबहार एक फूल वाला पौधा है. खासकर भारत में इसका इस्तेमाल सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता रहा है, इसे आमतौर पर पेरीविंकल या विंका जैसे नामों से पहचाना जाता है. इसके फूल दिखने में जितने खूबसूरत होते हैं, उससे कई ज्यादा इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं. सदाबहार के पौधे और इसके फूल का इस्तेमाल डायबिटीज मैनेजमेंट के लिए खास तौर पर किया जाता है. इसके के पत्तों में आक्सीन, विनक्रिस्टीन, और विनब्लास्टिन जैसे एलिमेंट होते हैं.
सदाबहार और डायबिटीज मैनेजमेंट
पेरिविंकल या सदाबहार फूलों को डायबिटीज रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद बताया गया है. आयुर्वेद के अनुसार, सदाबहार में ऐसे कंपाउंड होते हैं जो डायबिटीज मैनेजमेंट पर पॉजिटिव इफेक्ट डाल सकते हैं. नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन में प्रकाशित एक शोध के अनुसार,सदाबहार फूल में विंकामाइन जैसे तत्व पाए जाते है, जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में सहायता करता है. यह विंकामाइन ब्लड शुगर को बैलेंस करने और कंट्रोल में रखने का काम करता है. इस औषधीय पौधे और इसके फूल के सेवन से डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे लाखों लोगों को लाभ मिल सकता है डायबिटीज मैनेजमेंट में सदाबहार के मुख्य लाभों में से एक इंसुलिन प्रोडक्शन को उत्तेजित करने की इसकी क्षमता भी शामिल है.
'सदाबहार' के जैविक घटक
डायबिटीज मैनेजमेंट में सदाबहार की भूमिका को समझने के लिए, इसके बायोलॉजिकल कंपोनेंट्स को समझना जरूरी है. इस पौधे में एल्कलॉइड होते हैं, विशेष रूप से विंसामाइन और विंब्लास्टाइन, जिसमें हाइपोग्लाइसेमिक गुण पाए गए हैं. ये कंपाउंड ब्लड शुगर लेवल को कम करके और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाकर काम करते हैं. वहीं, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस डायबिटीज रोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है, क्योंकि यह हार्ट डिजीज और न्यूरोपैथी जैसे कॉम्प्लिकेशन्स को जन्म दे सकता है. सदाबहार के एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर में हानिकारक मुक्त कणों को बेअसर करने में मदद कर सकते हैं, जिससे इन कॉम्प्लिकेशन्स का खतरा कम हो जाता है. इसके अलावा, इसके एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव डायबिटीज से जुड़ी कुछ पुरानी सूजन को कम कर सकते हैं.