हैदराबाद :अलग-अलग कारणों से पिछले कुछ सालों में किडनी संबंधी समस्याओं व रोगों के मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जानकार मानते हैं खराब लाइफस्टाइल, खाने पीने की खराब आदतें तथा मधुमेह, मोटापा, ह्रदय रोगों व कुछ अन्य कोमोरबीटी के बढ़ते मामलों सहित बहुत से ऐसे कारण हैं जो ना सिर्फ क्रोनिक Kidney disease बल्कि अन्य Kidney diseases व समस्याओं के बढ़ते कम या ज्यादा गंभीर मामलों का कारण बन रहे हैं. यहां चिंता की बात यह भी है कि कभी लक्षणों को लेकर अज्ञानता, कभी जांच व इलाज में देरी तो कभी स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही जैसे कारणों के चलते गंभीर Kidney diseases या उनके कारण पीड़ित की जान जाने के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है.
Kidney diseases व अवस्थाओं के कारणों, लक्षणों तथा उनकी जांच व इलाज को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल मार्च माह के दूसरे गुरुवार को विश्व किडनी दिवस मनाया जाता है. इस वर्ष यह दिवस 14 मार्च को " सभी के लिए किडनी स्वास्थ्य - देखभाल और इष्टतम दवा अभ्यास के लिए समान पहुंच को आगे बढ़ाना है” थीम पर मनाया जा रहा है.
क्या कहते हैं आंकड़े
किडनी स्वास्थ से जुड़े संगठनों के आंकड़ों की माने तो दुनिया भर में लगभग 90 करोड़ से अधिक लोग किडनी से संबंधित कम या ज्यादा गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं. वहीं प्रत्येक 10 में से एक वयस्क को Kidney की बीमारी होने का जोखिम है. यही नहीं Kidney diseases को दुनियाभर में स्वास्थ्य कारणों से होने वाली मृत्यु का 8वां प्रमुख कारण माना जाता है. उपलब्ध जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में वैश्विक स्तर पर लगभग 3.1 मिलियन से अधिक लोगों की मृत्यु किडनी संबंधी रोगों के कारण हुई थी. वहीं एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार भारत में Kidney diseases के लगभग 80 लाख मरीज मौजूद हैं, तथा लगभग 2.2 लाख किडनी के नए मरीजों को हर साल डायलिसिस ( Dialysis ) की जरूरत पड़ती है.
पिछले साल शोध पत्रिका द लैंसेट में प्रकाशित इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के एक अध्ययन में किडनी रोगों (विशेषकर Chronic kidney disease - CKD को ) भारत में बीमारियों के कारण होने वाली मृत्यु का 16वां प्रमुख कारण बताया गया है. इस रिपोर्ट में आशंका जताई गई गई कि वर्ष 2040 तक भारत में Kidney Fail होना शीर्ष पांच बीमारियों में से एक हो सकता है.
क्या है किडनी का कार्य तथा क्रोनिक किडनी डिजीज
किडनी या गुर्दे हमारे शरीर में रक्त फिल्टर करने के साथ अपशिष्ट पदार्थों तथा शरीर से अतिरिक्त पानी को मूत्र के रूप में बाहर निकलने, लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद करने तथा शरीर में महत्वपूर्ण खनिजों का संतुलन बनाए रखने सहित कई जरूरी कार्य करते हैं. यदि किसी कारण से Kidney सही तरह से काम करना बंद कर दे या कम कर दे तो ना सिर्फ शरीर में विषाक्तता बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है, बल्कि कई अन्य रोगों के होने का खतरा भी बढ़ जाता है.